पहली बार दिखा बृजभूषण शरण सिंह का अंदाज
दरअसल प्रयागराज में चौथा अंतरराष्ट्रीय भोजपुरी महोत्सव आयोजित किया गया था जिसके उद्घाटन के लिए बृजभूषण वहां आए थे। बृजभूषण का यह अंदाज पहले कभी देखने को नहीं मिला था। त्रिवेणी संगम में उन्होंने शायरी और कविता का जबरदस्त पाठ किया। यह भी पढ़ें
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‘मैं झुक जाता तो…’
इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन के कन्वेंशन सेंटर में महोत्सव का उद्घाटन कर सबसे पहले कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह को हाथ में लेकर एक शायरी कही। उन्होंने कहा कि “मैं झुक जाता तो मसला हल हो जाता, लेकिन मेरे किरदार का कत्ल हो जाता”। इसके बाद उन्होंने एक कविता सुनाई जिसका शीर्षक था “प्यासी जमीन थी और लहू सारा पिला दिया”। यह भी पढ़ें