निगरानी के लिए तैयार हुआ सरकारी अमला प्रयागराज में गंगा-यमुना दोनों नदियों में पिछले हफ्ते से जलस्तर में बढ़ोत्तरी को लेकर बाढ़ नियंत्रण विभाग और जिला प्रशासन की टीम अब निगरानी में लग गए। हर वर्ष की भांति इस वर्ष बाढ़ की संभावना अधिक है जिसको लेकर तैयारी भी शुरू हो गई है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को एहतियात बरतने को कहा गया है। गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर जलस्तर बढ़ने के बाद तीर्थ पुरोहित अपने तख़्त सामान समेटकर पीछे आने लगे हैं। इसके साथ ही दुकान लगाने वाले दुकानदार भी पीछे हटने लगे हैं।
कई मुहल्ले तक पहुंच जाता है पानी प्रयागराज में गंगा- यमुना बारिश के मौसम में हर साल ज़बरदस्त तबाही मचाती है। दर्जनों मोहल्लों की इमारतें एक मंज़िल तक पानी में डूब जाती हैं। करीब महीने भर तक हाहाकार मचा रहता है। इस बार अभी बाढ़ जैसे हालात तो नहीं है, लेकिन सरकारी अमले ने एहतियातन कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। लगातार हालात पर नज़र रखी जा रही है। इसके साथ ही हालात बिगड़ने पर खोले जाने वाली बाढ़ चौकियों व राहत केंद्रों की लिस्ट भी तैयार की जा रही है। अभी प्रयागराज में राहत है कि अभी मानसून नहीं आया है। तेज बारिश अभी नहीं हुई है। लगातार बारिश से भी गंगा-यमुना दोनों उफान पर हो जाती हैं।