अब्बास अंसारी को फरार घोषित कर चुकी है पुलिस बता दें कि यूपी पुलिस मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को पहले ही फरार घोषित कर चुकी है। कुछ दिनों पहले ही उसके पंजाब में होने की लोकेशन मिली थी। जिसके बाद अब्बास अंसारी की तलाश में पंजाब में कई जगह पर छापेमारी की गई थी। वह पिछले काफी महीनों से फरार चल रहा है। 25 अगस्त को एमपी-एमएलए कोर्ट ने अब्बास अंसारी को भगोड़ा घोषित कर दिया था क्योंकि वह कोर्ट में सरेंडर नहीं कर रहा था। उस पर आर्म्स एक्ट और प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) सहित अन्य मामले दर्ज हैं।
यह भी पढ़े – बिजली संकट झेल रहे स्कूलों-कॉलेजों को मिलेगी भरपूर बिजली, जल्द होने जा रहा ये बदलाव मुख्तार अंसारी के खिलाफ मनी लांड्रिंग का मुकदमा इसके बाद ही ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय ने मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है। जबकि प्रवर्तन निदेशालय मुख्तार अंसारी के खिलाफ मनी लांड्रिंग का मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है। इससे पहले भी ईडी ने मुख्तार अंसारी के दिल्ली, लखनऊ और गाजीपुर समेत करीब दर्जन भर ठिकानों पर छापेमारी की थी। ईडी की इस जांच के दायरे में मुख्तार अंसारी के परिवार के लोग भी आए थे।
अब्बास शस्त्र लाइसेंस के दुरुपयोग मामले में वांछित गौरतलब है कि अब्बास अंसारी शस्त्र लाइसेंस के दुरुपयोग से जुड़े एक मामले में वांछित है। इस मामले में कोर्ट ने 14 जुलाई को अब्बास अंसारी के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था। अब्बास अंसारी पर लखनऊ पुलिस को बगैर बताए शस्त्र लाइसेंस नई दिल्ली ट्रांसफर कराने का आरोप है। जिसे लेकर लेकर कोर्ट ने उसके खिलाफ वारंट जारी किया था। उस पर एक लाइसेंस पर धोखाधड़ी कर कई शस्त्र लेने का भी आरोप है। अब्बास अंसारी के खिलाफ लखनऊ पुलिस ने 12 अक्टूबर 2019 को शस्त्र लाइसेंस को लेकर एक मामला दर्ज किया था।