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संगम की सैर से पहले लाइफ जैकेट है जरूरी मेला अधिकारी शेषमणि पांडेय ने जानकारी देते हुए कहा कि माघ मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा मेला प्रशासन की जिम्मेदारी है। इसीलिए मेले में नाव चलाने वाले नाविकों को यह निर्देशित किया गया है कि बिना लाइफ जैकेट के किसी भी श्रद्धालु को नाव की सवारी करना मना है। अगर कोई भी नाविक बिना लाइफ जैकेट के सवारी बैठाए दिखा तो उसके ऊपर कार्रवाई की जाएगी। मेले में श्रद्धालुओं को कोविड नियमों का पालन करने के साथ ही कोविड जांच रिपोर्ट देखा जाएगा। संगम में नाव चलाने वाले नाविकों की कोविड रिपोर्ट जांच के बाद ही नाव चलाने की अनुमति दी गई है। प्रशासन से है लाइफ जैकेट की मांग नाविक भगीरथ निषाद ने कहा कि मेला प्रशासन ने तो एडवाजरी जारी कर दिया है लेकिन नाविकों के पास लाइफ जैकेट नहीं है। नाविकों की इतनी कमाई भी नहीं है कि लाइफ जैकेट खरीद सकें। मेला प्रशासन से हमारी मांग है कि मेला क्षेत्र में जितने भी नाविक हैं सभी को लाइफ जैकेट मुहैया कराए। नाविकों के पास जो भी लाइफ जैकेट है वह भी बहुत पुराना हो गया है, इसीलिए मेला प्रशासन से नाविक यह मांग करते हैं।
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मेला क्षेत्र में पहले से अधिक सुरक्षा माघ मेला घूमने आए बृजेश कुमार सिंह ने कहा कि माघ मेले के साथ ही संगम घाट पर सुरक्षा अधिक है। नाविकों के पास लाइफ जैकेट और घाटों पर जल पुलिस तैनाती की गई है। संगम की सैर करने में पहले डर लगता था लेकिन अब लाइफ जैकेट की व्यवस्था होने से बिना डर के और सुरक्षित महसूस करते हुए संगम दर्शन हो जाता है। संगम सैर से पहले इन नियमों का पालन जरूरी माघ मेले में आने श्रद्धलुओं को इन बातों का ध्यान देना जरूरी है। अगर आप का मन नौकायन करने को है तो आप को कोविड-19 पीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट साथ लाना होगा। अगर आप के पास रिपोर्ट है तो तभी मेले में इंट्री मिलेगी और नाव से संगम की सैर कर सकेंगे। इसके साथ ही मास्क कवर और कोविड गाइडलाइंस का पालन सभी श्रद्धालुओं को करना होगा।