दबी जुबान सभी कर रहे जांच की मांग
अखाड़े के सचिव आशीष गिरी की मौत के बाद दारागंज पुलिस और फोरेंसिक टीम कमरे की चाभी सौंपने के लिए आश्रम पहुंची। घटनास्थल की दोबारा छानबीन हुई तो वहां से दो बंदूकें भी उसी कमरे में मिली। पुलिस ने कब्जे में ले लिया है नए सिरे से जांच की मांग की जा रही है।वही अभी तक घटना की रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है। जबकि महंत की मौत पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। लेकिन कमरे में कोई आपत्तिजनक चीज नहीं मिली है। जिसको लेकर आश्रम के संत भी दवी जुबान घटना की जांच की मांग कर रहे है।
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कमरे में मिले दो और असलहे
बता दें कि मौत के बाद सबसे पहले अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष निरंजनी अखाड़े के महंत नरेंद्र गिरि ने मीडिया से कहा था कि आशीष गिरी की मौत शराब पीने से हुई है डॉक्टरों ने उनको बता दिया था कि उनका लिवर और किडनी खराब हो गई है।लेकिन पुलिस को कमरे में ऐसा कुछ नहीं मिला जिससे उनके नशे की बात की पुष्टि हो। अभी तक की जांच में पुलिस को किसी भी तरह की शराब पीने के चिन्ह नहीं मिले हैं । हालांकि अभी भी सबकी नजरें पुलिस जांच पर टिकी है। फॉरेंसिक टीम जब दूसरी बार आश्रम पहुंची और महंत के कमरे खोला गया कमरे में जाते ही पुलिस को दो ,दो नाली बंदूक मिली। पुलिस ने बताया की महंत के पास पिस्टल के अलावा दो डबल बैरल बंदूक भी थी यह बंदूके किसके नाम है पुलिस पर ही बता सके अभी अभी स्पष्ट नहीं है कि यह एक ही व्यक्ति के नाम तीन असलहे हैं या तीनों अलग.अलग व्यक्ति के नाम जारी हुए थे।
सीबीआई जाँच की मांग
परी अखाड़े की पीठाधीश्वर त्रिकाल भावंता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि इस मामले में सीबीआई से जांच कराई जाए। उन्होंने कहा है कि पुलिस पर भरोसा नहीं है। सीबीआई जांच से ही घटना की सच्चाई सामने आएगी अभी तक जो बातें सामने आई है उनमें आशीष की मौत का मामला हत्या की ओर इंगित कर रही है। उन्होंने खुद को गोली नहीं मारी है। त्रिकाल भावंता ने आरोप लगाया है कि इस घटना के पीछे निरंजनी अखाड़े के कुछ प्रभावशाली लोगों का हाथ हो सकता है। अखाड़े की संपत्ति को कब्जा करने के लिए महंतको रास्ते से हटाने की साजिश हुई है।
अधिवक्ताओं ने मामले को कोर्ट ले जाने की मांग की
निरंजनी अखाड़े के सचिव आशीष गिरी के कथित आत्महत्या का मामला हाईकोर्ट ले जाने की तैयारी शुरू हो गई है। हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं के एक गुट ने निरंजनी अखाड़े के सचिव आशीष गिरी की मौत की जांच कराने की मांग की है। साथ ही पुलिस को कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए है। अधिवक्ताओं का कहना है कि हम बहुत संवेदनशील है पुलिस ने प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज नहीं की है यह मामला हाई कोर्ट के संज्ञान में जांच कराई जाएगी। वही इन सब के बीच आज शुक्रवार को नए सचिव महंत की ताजपोशी होगी।