प्रयागराज

CM योगी ने Maha Kumbh 2025 को बताया दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन, 40 करोड़ श्रद्धालु होंगे साक्षी

Maha Kumbh 2025: योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ मेले को विश्व का सबसे भव्य धार्मिक समागम बताया है। उन्होंने यह भी बताया कि 2025 का कुंभ पिछले आयोजित हुए मेले से कैसे अलग है।

प्रयागराजJan 10, 2025 / 09:53 am

Sanjana Singh

Maha Kumbh 2025

Maha Kumbh 2025: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ 2025 अब तक के सभी कुम्भ मेलों से कहीं अधिक दिव्य और भव्य होगा। इस महाकुम्भ में आस्था और आधुनिकता का अद्भुत संगम होगा, जो न केवल हर व्यक्ति के जीवन में खुशहाली लाएगा, बल्कि यह उदाहरण बनेगा कि कैसे आस्था और विकास एक साथ आगे बढ़ सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि लाखों लोग इस महासमागम और इसके द्वारा बनाए गए व्यवस्थाओं से जुड़कर, न केवल प्रयागराज, बल्कि पूरे देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में योगदान देंगे। अकेले प्रयागराज कुंभ से देश की अर्थव्यवस्था में 2 लाख करोड़ रुपए तक का वृद्धि होने का अनुमान है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए महाकुम्भ को सांस्कृतिक एकता का महायज्ञ बताया, जो भारत ही नहीं, बल्कि समूचे विश्व को एक घोंसले में समाहित कर देता है। उन्होंने यजुर्वेद का हवाला देते हुए कहा कि “यत्र विश्वं भवत्येक नीडम्”, जिसका अर्थ है जहां पूरा विश्व एक घोंसले की तरह एकत्र होता है। महाकुम्भ इसी परिकल्पना का आदर्श उदाहरण है।

‘2017 से पहले सरकारों ने आस्था का सम्मान नहीं किया’

गुरुवार को महाकुम्भ नगर में डिजिटल मीडिया सेंटर का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले की सरकारों ने आस्था का सम्मान नहीं किया, जबकि उनकी सरकार ने आस्था को सम्मान दिया है और यह साबित किया कि आस्था अर्थव्यवस्था को कैसे सुदृढ़ कर सकती है। उन्होंने देश भर के पत्रकारों से अपील की कि वे इस महाकुम्भ को एक सुरक्षित, व्यवस्थित और आधुनिक महासमागम के रूप में प्रस्तुत करने के लिए अपनी रिपोर्टिंग का इस्तेमाल करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज को दुनिया के बेहतरीन पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने के लिए यह रिपोर्टिंग महत्वपूर्ण होगी, जो पहले से ही इसका हकदार था।

‘144 सालों बाद आया यह शुभ मुहूर्त’

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 12 साल के बाद महाकुंभ का आयोजन हो रहा है और इस बार 144 वर्षों का वह शुभ मुहूर्त आया है, जो आज की पीढ़ी के लिए एक विशेष सौभाग्य की बात है। यह उन सभी के लिए गौरव का क्षण है, जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इस महा आयोजन से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि डबल इंजन सरकार को सनातन संस्कृति के प्रतीक महाकुंभ के आयोजन का अवसर प्राप्त हो रहा है।
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‘पीएम मोदी ने 5500 करोड़ की परियोजनाओं का किया लोकार्पण’

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5500 करोड़ की स्थायी परियोजनाओं का लोकार्पण किया, जो प्रयागराज को नई पहचान देने के लिए महत्वपूर्ण हैं। इन परियोजनाओं में पांच कॉरीडोर शामिल हैं: अक्षयवट का भव्य कॉरिडोर, भारद्वाज आश्रम कॉरीडोर, हनुमान मंदिर कॉरिडोर, श्री राम और निषादराज की मिलन स्थली श्रृंगवेरपुर कॉरिडोर और सरस्वती कूप कॉरीडोर। इसके अलावा, ब्रह्मा जी के यज्ञ स्थल दशाश्वमेध घाट और मंदिर, नागवासुकि मंदिर तथा द्वादश माधव मंदिरों का जीर्णोद्धार भी किया गया है, जिससे श्रद्धालुओं का अनुभव अविस्मरणीय बनेगा। उन्होंने यह भी बताया कि श्रद्धालु वर्षों से पक्के घाटों का इंतजार कर रहे थे, और इस बार 12 किलोमीटर लंबे पक्के घाटों का निर्माण कर इस प्रतीक्षित कार्य को पूरा किया गया है।
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‘सीएम योगी ने मेला प्राधिकरण की तारीफ की’

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रयागराज में 2019 के कुंभ के दौरान भी इंफ्रास्ट्रक्चर का काम हुआ था, लेकिन इस बार उससे भी दोगुना कार्य किया गया है। महाकुंभ के माध्यम से प्रयागराज का कायाकल्प हो रहा है। उन्होंने मेला प्राधिकरण की सराहना करते हुए कहा कि कुम्भ का आयोजन हमेशा मां गंगा और यमुना के तट पर होता है, और आयोजन की तैयारियों के लिए हमें दिसंबर तक का समय मिला। हालांकि, अत्यधिक वर्षा के कारण केवल ढाई महीने का समय मिला, फिर भी इस दौरान तटों और नदियों को व्यवस्थित करना, वहां अस्थाई आश्रमों और कैंपों की व्यवस्था करना, और पूरी व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू करना सुनिश्चित किया गया। इस मास्टर प्लान को जमीनी धरातल पर उतारने का कार्य मेला प्राधिकरण ने ढाई महीने में पूरा किया है।

सीएम योगी ने विपक्ष पर बोला हमला

सीएम योगी ने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा कि 2019 कुंभ से पहले कुछ लोग भारत की आस्था और सम्मान की कद्र नहीं करते थे। उन्होंने कुम्भ को गंदगी, अव्यवस्था और भगदड़ का पर्याय बना दिया था, और अब उनके लिए यह आयोजन एक बड़ा सबक है। इस बार कुंभ आस्था और आधुनिकता का संगम बनकर दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक आयोजन के रूप में सामने आएगा। 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है और यह आयोजन दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आबादी की आस्था का केंद्र बनेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में 2019 का कुम्भ स्वच्छता का प्रतीक बन चुका था, और इस बार भी यही मानक बनाए रखे जाएंगे।
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कुंभ में बनाए गए 1.5 लाख टायलेट

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुंभ 2025 की तैयारियों को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें साझा कीं। उन्होंने कहा कि इस बार त्रिवेणी संगम को शुद्ध जल मिल रहा है और 2025 में और बेहतर व्यवस्थाएं देखने को मिलेंगी। 2019 में जहां 1.15 हजार टॉयलेट बनाए गए थे, वहीं इस बार 1.5 लाख से ज्यादा टॉयलेट्स बनाए गए हैं। इसके साथ ही, 550 शटल और इलेक्ट्रिक बसों का इंतजाम किया गया है ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो। कुम्भ को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने के लिए 56 थाने बनाए गए हैं और एंटी-ड्रोन सिस्टम के साथ सीसीटीवी कवरेज भी उपलब्ध कराया गया है।
सीएम योगी ने कहा कि मेला क्षेत्र में 13 अखाड़े स्थापित किए गए हैं, जिनमें दंडी बाड़ा, खाक चौक और आचार्य बाड़ा शामिल हैं। इस बार 25 से 30 लाख कल्पवासी भी कुम्भ में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि प्रमुख स्नान के दौरान, विशेष रूप से मौनी अमावस्या पर, 8 से 10 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचेंगे। वहीं, बसंत पंचमी और मकर संक्रांति के दौरान भी लाखों श्रद्धालु यहां आएंगे।
CM Yogi Adityanath

कुंभ में चलेंगी 8 हजार से ज्यादा बसें

श्रद्धालुओं की यात्रा को आसान बनाने के लिए, रेलवे ने 3 हजार से अधिक स्पेशल ट्रेनें चलाने का ऐलान किया है और एयर कनेक्टिविटी के लिए 14 नई फ्लाइट्स जोड़ी गई हैं। इसके अलावा, 8 हजार से अधिक बसों का इंतजाम किया गया है और 9 रेलवे स्टेशनों पर वेटिंग स्टेशन बनाए गए हैं, जहां एक लाख लोगों के रुकने की व्यवस्था होगी।

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