चार गांवो में वीआईपी रुकेंगे
जानकारी के अनुसार बीते दिनों कानपुर में राष्ट्रीय गंगा परिषद की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने के बाद एक जनवरी से पांच जनवरी 2020 तक गंगा यात्रा का प्रदेश सरकार ने बड़ा आयोजन किया जा रहा है। पूर्वांचल में यात्रा बलिया से शुरू होकर कानपुर तक जाएगी। इसमें मुख्यमंत्री सहित केंद्रीय मंत्री प्रदेश सरकार के कई मंत्री मुख्य सचिव प्रमुख सचिव सांसद और विधायक सम्मिलित होंगे। जानकारी के मुताबिक जल मार्ग और सड़क मार्ग से चलने वाली से यात्रा में शामिल वीआईपी किन्ही चार गांवों में रात्रि विश्राम करेंगे। यात्रा प्रयागराज से तीन जनवरी को पहुंचेगी जिसमें मुख्यमंत्री शामिल होंगे।
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जल और सड़क मार्ग पर अलर्ट
गंगा जल यात्रा मार्ग के साथ ही सड़क मार्ग पर भी यात्रा चलेगी। सुविधा अनुसार जल और सड़क मार्ग का उपयोग किया जाएगा। जल में स्टिमर से यात्रा होगी सड़क से यात्रा के लिए रूट निर्धारित किया जा रहा है। इसके लिए गृह सचिव के साथ ही परिवहन जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की बैठक कर निर्देश दिए जा रहे है। मुख्यमंत्री के रुकने के लिए श्रृंगवेरपुर धाम में अस्थायी कॉटेज की व्यवस्था की जा रही है। साथ अन्य मंत्रियों सांसदों के रुकने के लिए कॉटेज लगाये जायेंगे।
सीएम के आने की तैयारी
सीडीओ प्रेम रंजन सिंह के मुताबिक सीएम के आने का कार्यक्रम लगभग तय है जैसा निर्देश दिया जायेगा उसका पालन होगा। जानकारी के मुताबिक जिले में गंगा के किनारे बसाए गए 111 गांव में कचरा निस्तारण की योजना बनाई गई है। इन गांव में कचरे से खाद बनाने नालियों को गांव में रोककर जल को सूचित करने के साथ ही सिंचाई के लिए जल को उपयोगी बनाने की योजना पर सरकार काम कर रही है। गंगा के किनारे अधिक से अधिक पौधरोपण की भी तैयारी है गांव में कचरा निस्तारण प्लांट शौचालयों का प्रयोग करने के लिए जागरूकता क्या चेहरे से जैविक खाद बनाने के लिए प्लांट स्थापना की तैयारी कि जा रही है।