हाईकोर्ट के आदेश पर ललित वर्मा की हत्याकांड की जांच शुरू करते हुए सीबीआई ने पिछले हफ्ते पूर्व विधायक पूजा पाल समेत सात लोगों के खिलाफ नए सिरे से मुकदमा लिखा है । इन्ही 7 लोगों के खिलाफ पिता विनोद ने घटना के बाद 3 फरवरी 2016 की रात सिविल लाइंस थाने में केस दर्ज कराया था। जानकारी के मुताबिक जांच अधिकारी एएसपी संजय शर्मा समेत सीबीआई की दो अधिकारी ललित वर्मा के घर पहुंचे। ललित वर्मा के पिता विनोद वर्मा घर से बाहर जिन्हें सीबीआई ने उनके घर बुलाया और उन्हें अपने साथ लेकर घटनास्थल पहुंची जहां पर ललित वर्मा की गोली मारकर हत्या की गई थी।
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घटनास्थल के निरीक्षण के बाद सीबीआई ने ललित वर्मा को गेस्ट हाउस ले जाकर शाम 5 बजे तक उनके बयान दर्ज जिसके बाद उन्हें उनके घर छोड़ दिया गया। विनोद के मुताबिक सीबीआई अफसरों ने उनसे 2011 से लेकर 2016 में ललित वर्मा की हत्या , मकान के विवाद और विरोधियों के झगड़े और उनके मुकदमों का ब्यौरा पूछा ।हर चीज की जानकारी ली पूरे परिवार मित्र भाई रिश्तेदार पुत्रों की पढ़ाई उनकी संपत्ति उनके आय का स्रोत और उनकी उनसे जुड़े तमाम जानकारियों उनसे ली। साकेत नगर के मकान के पूर्व मालिक के नाम पते की भी जानकारी उन्होंने ली उन्होंने सीबीआई को धूमनगंज और सिविल लाइंस पुलिस की भूमिका के बारे में भी बताया है। जांच पड़ताल कर रही सीबीआई ने ललित शर्मा के परिजनों को कहा किसी भी तरह की कोई भी दिक्कत हो कोई खतरा कहीं महसूस हो तो तत्काल फोन करके सूचना दें फौरन सुरक्षा दी जाएगी।