देवरिया जेल में मार कर जबरन दस्तखत के आरोप
बता दें की अतीक पर लगे आरोप के मुताबिक़ 26 दिसम्बर 2018 को लखनऊ के कारोबारी मोहित जायसवाल को देवरिया जेल ले जाया गया, जहाँ मोहित के साथ मार पीट की गई ।मोहित से प्रापर्टी के कागजों पर जबरन दस्तखत करा लिए गये,इस मामले में मोहित ने सुप्रीमकोर्ट की शरण ली। देवरिया जेल मे हुई घटना को सुप्रीमकोर्ट ने गंभीर प्रकरण मानते हुए मामले को सीबीआई के हवाले कर दिया।सुप्रीमकोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने अतीक अहमद और उनके बेटे उमर सहित अन्य लोगों के खिलाफ मोहित के साथ मारपीट करने के मामले में केस दर्ज किया। जिसमें अपहरण, जबरन वसूली आपराधिक धमकी आपराधिक साजिश धोखाधड़ी जालसाजी और डकैती की धाराओं के तहत आरोप लगाएं गए हैं।
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सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दर्ज हुआ मुकदमा
सीबीआई ने 23 अप्रैल 2019 को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अतीक और उमर पर मामला दर्ज किया। देवरिया जेल में हुए घटनाक्रम के बाद सुप्रीम कोर्ट के सख्त रवैए पर बीते दिनों सीबीआई के अधिकारियों ने देवरिया जेल के कुछ अधिकारियों से भी पूछताछ की थी। इस मामले में सीबीआई ने उमर को नामजद आरोपी बनाया है। जिसके बाद अतीक अहमद को नैनी सेंट्रल ज़ेल से अहमदाबाद ज़ेल भेज दिया गया। सक्रीय हुई सीबीआई का रुख देखते हुए अतीक अहमद के क़रीबी ज़फरउल्लाह ने सरेंडर कर दिया। जानकारी के मुताबिक़ सीबीआई ने बीते मंगलवार को ही इस मामले में चार्जशीट दाख़िल किया है।
अतीक के रिश्तेदारों के यहाँ भी छापा
बुधवार की सुबह लगभग 7:00 बजे सीबीआई की टीम ने पहले उनके कार्यालय फ़िर आवास पर छापेमारी की कारवाई शुरू की। कोई कुछ समझ पाता इसके पहले ही अतीक के मुंशी फारूक के मोहतशिमगंज घर पर और अतीक अहमद को अपना करीबी बता कर होर्डिंग लगाने वाले बड़ा ताजिया कमेटी के रेहान खान के साथ अतीक के साले जकी के घर भी सीबीआई की टीम ने छापा मारा। जानकारी के मुताबिक़ अतीक के घर में चालीस सीबीआई अधिकारीयों की टीम जाँच कर रही है। छापेमारी के बाद से अतीक के परिजनों को सीबीआई ने अपने सुरक्षा घेरे में रखा है।किसी भी व्यक्ति को कही आने- जाने की अनुमति नही है। तकरीबन एक बीघे में बना अतीक और अशरफ का बंगला अंदर पूरी तरह से सीबीआई के अधिकारियों और बाहर आरपीएफ, पीएसी और स्थानीय पुलिस के निगरानी में है।
पुलिस रिकोर्ड में अतीक इंटर स्टेट गैंग 227 का सरगना
अतीक अहमद पर 2017 में नैनी स्थित एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में घुसकर वहां के शिक्षकों से मारपीट करने के मामले में मुकदमा दर्ज हुआ था। जिसको संज्ञान में लेने के बाद हाईकोर्ट ने अतीक अहमद की सभी जमानत खारिज कर दी। अतीक अहमद 11 फरवरी 2017 से जेल में है। अतीक अहमद पर विधायक राजूपाल की हत्या सहित चर्चित अल्कमा हत्याकांड के साथ दर्जनों मामले धमकी ,जबरन वसूली ,अपहरण ,रंगदारी कब्जेदारी के मामले दर्ज है।अतीक के साथ ज्यादातर मामलों में उनका भाई पूर्व विधायक अशरफ भी वांछित है। अशरफ बीते दो सालों से फरार है ,राजूपाल हत्याकांड मामले में भी अतीक और अशरफ सीबीआई की रडार पर है। पुलिस रिकोर्ड में अतीक अहमद इंटर स्टेट गैंग 227 का सरगना है,अतीक के साथ अशरफ भी इस गैंग के सक्रीय सदस्य है।
घर सहित पूरा एरिया सीज
अतीक अहमद के अधिवक्ता ख़ान सौलत हनीफ़ ने बताया की सुबह लगभग 7:30 बजे सीबीआई की टीम भारी संख्या में पुलिस बल के साथ अतीक अहमद के आवास के सभी गेट को चारों तरफ से सील कर छापेमारी की कारवाई कर रही है। उन्होने बताया की यह पूरी कारवाई अतीक अहमद के आवास उनके भाई अशरफ और करीबियों के आवास पर चल रही है। कहा की अतीक अहमद की पत्नी ने उन्हें फोन किया लेकिन किसी ने फोन ले लिया।तब से फोन ऑफ़ है घर के सभी फोन को होल्ड कर दिया गया है।उन्होंने कहा की सभी सिविल कपड़ो में है किसी की कोई पहचान नही है। घर में अतीक के नाबालिग बच्चे और नौकर है। अतीक अहमद के आवास पर छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल की टीम के अलावा पीएसी और आरएएफ की कई टुकड़ी भी मौज़ूद है। अधिकारिक तौर पर प्रशासन से अभी तक कोई भी जानकारी नहीं दी गई है।