अशरफ बस इतना ही बोल पाया था- ‘मेन बात है कि गुड्डू मुस्लिम…।’ आखिर अशरफ अतीक गैंग के सबसे भरोसेमंद शूटर गुड्डू मुस्लिम के बारे में क्या खुलासा करने वाला था, लोग इसको लेकर तरह तरह की कयास लगा रहे हैं।
नासिक पुलिस ने दी बड़ी जानकारी
गौरतलब है कि इसकी लोकेशन महाराष्ट्र के नासिक में बताई जा रही है। लेकिन अभी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। नासिक पुलिस ने अहम जानकारी देते हुए बताया कि गुड्डू मुस्लिम की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जिस शख्स से पूछताछ हुई वह गुड्डू मुस्लिम नहीं बल्कि एक होटल में वेटर है। आपको बता दें कि बमबाज गुड्डू लगातार पुलिस की आंख में धूल झोक रहा है, पुलिस उसका पीछा कर रही है लेकिन कुछी समय में वह गायब हो जा रहा है।
गौरतलब है कि इसकी लोकेशन महाराष्ट्र के नासिक में बताई जा रही है। लेकिन अभी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। नासिक पुलिस ने अहम जानकारी देते हुए बताया कि गुड्डू मुस्लिम की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जिस शख्स से पूछताछ हुई वह गुड्डू मुस्लिम नहीं बल्कि एक होटल में वेटर है। आपको बता दें कि बमबाज गुड्डू लगातार पुलिस की आंख में धूल झोक रहा है, पुलिस उसका पीछा कर रही है लेकिन कुछी समय में वह गायब हो जा रहा है।
गैंग में गुड्डू मुस्लिम का कोड वर्ड था मुर्गी
आपको बता दें अतीक अहमद के सबसे खास शूटर गुड्डू मुस्लिम जिसकी गिरफ्तारी के लिए यूपी एसटीएफ लगातार दविश दे रही है, गैंग में उसके नाम का कोड वर्ड ‘मुर्गी’ रखा गया था। फोन पर उससे इस नाम से बातचीत होती थी। गुड्डू मुस्लिम का यह नाम उसके घर में चलने वाली चिकन की दुकान की वजह से रखा गया था। गैंग के मुखिया व माफिया अतीक अहमद को उसके असली नाम के बजाय ‘बड़े मियां’ और उसके छोटे भाई अशरफ को ‘छोटे मियां’ के कोड नाम से बुलाया जाता था।
आपको बता दें अतीक अहमद के सबसे खास शूटर गुड्डू मुस्लिम जिसकी गिरफ्तारी के लिए यूपी एसटीएफ लगातार दविश दे रही है, गैंग में उसके नाम का कोड वर्ड ‘मुर्गी’ रखा गया था। फोन पर उससे इस नाम से बातचीत होती थी। गुड्डू मुस्लिम का यह नाम उसके घर में चलने वाली चिकन की दुकान की वजह से रखा गया था। गैंग के मुखिया व माफिया अतीक अहमद को उसके असली नाम के बजाय ‘बड़े मियां’ और उसके छोटे भाई अशरफ को ‘छोटे मियां’ के कोड नाम से बुलाया जाता था।
बम बनाने में माहिर है गुड्डू मुस्लिम
अशरफ हत्या से ठीक पहले शूटर गुड्डू मुस्लिम के बारे में कुछ बताने जा रहा था, वह हिस्ट्रीशीटर श्रीप्रकाश शुक्ल को अपना गुरू मानता है। मुख्तार अंसारी समेत अन्य कई गैंगेस्टरों के लिए काम करता हैं। दरअसल गुड्डू मुस्लिम चलती मोटरसाइकिल पर बैठकर बम बांधने में माहिर बताया जाता है। बम फेंकने में उसकी कोई सानी नहीं है। उमेश पाल मर्डर केस के बाद एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें देखा जा सकता है कि वह कैसे सधे हाथों से इधर उधर बमबाजी कर रहा है।
अशरफ हत्या से ठीक पहले शूटर गुड्डू मुस्लिम के बारे में कुछ बताने जा रहा था, वह हिस्ट्रीशीटर श्रीप्रकाश शुक्ल को अपना गुरू मानता है। मुख्तार अंसारी समेत अन्य कई गैंगेस्टरों के लिए काम करता हैं। दरअसल गुड्डू मुस्लिम चलती मोटरसाइकिल पर बैठकर बम बांधने में माहिर बताया जाता है। बम फेंकने में उसकी कोई सानी नहीं है। उमेश पाल मर्डर केस के बाद एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें देखा जा सकता है कि वह कैसे सधे हाथों से इधर उधर बमबाजी कर रहा है।