सूत्रों के अनुसार उमर और अली ने जेल से अपने भाई असद व शूटरों को दिशा-निर्देश भी दिए थे। अभियुक्तों के बयान के साथ ही नैनी व लखनऊ जेल के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज, जेल मुलाकाती रजिस्टर में की गई प्रविष्टि आदि ऐसे ही साक्ष्य हैं। फिलहाल इस मामले में होने वाली अगली कार्रवाई में दोनों अभियुक्तों का बयान दर्ज होना है। विवेचक इस मामले में कोर्ट से अनुमति लेकर दोनों का बयान दर्ज करने नैनी व लखनऊ जेल में जाएंगे। माना जा रहा है कि बयान दर्ज किए जाने के बाद उनके खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया जा सकता है।