इन्हीं दावों की हकीकत जानने के लिए पत्रिका रिपोर्टर विकास सिंह अहमदाबाद के साबरमती जेल गए। वहां उन्होंने जो-जो देखा उसकी पूरी कहानी एक सीरीज में लेकर आ रहे हैं। पहली कहानीः अतीक अहमद की जेल में भौकाल।
अतीक अहमद 2019 से साबरमती जेल में बंद है, तो 2023 में हो हल्ला क्यों? अतीक 2019 से साबरमती जेल में बंद है। लेकिन 24 फरवरी 2023 को प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या हुई। यूपी में हवा उड़ी कि अतीक ने जेल में बैठे-बैठे कांड कर दिया।
आइए आपको अब जेल ले चलते हैं… तारीख: 19 मार्च जगह: अहमदाबाद की साबरमती सेंट्रल जेल। गुजरात की सबसे बड़ी और हाई-टेक जेल। क्षमताः करीब 3500 जेल के कुल तीन हिस्से
पुरानी जेलः इसमें पुराने कैदी रहते हैं, जिसको ज्यादा दिन की सजा मिली हो। नई जेल: इसमें नए कैदी रहते हैं। महिला जेल: यह महिला कैदियों के लिए नया बनाया गया है।
अतीक की कहानी पढ़िए साबरमती सेंट्रल जेल से… मेरा नाम अभय भाई पटेल है। (ये असली नाम नहीं है। हमने सुरक्षा की वजहों से जेल अधिकारी के नाम बदले हैं।) अतीक पुरानी जेल में बंद है। मेरी तैनाती 10 दिन पहले तक अतीक के बैरक के पास ही थी। अतीक की बैरक हाई सिक्योरिटी होने के कारण सिक्योरिटी में तैनात कोई उससे बात नहीं करता है। लेकिन, हम उसको देख तो सकते ही हैं। अतीक अब बूढ़ा हो चला है। उसको चलने-फिरने में दिक्कत होती है। वह बैरक के बाहर बने पत्थर के चबूतरे पर बैठा रहता है। उसका बैरक ऑफिस की तरह है, जिसमें उसके अलावा उसकी सेवा करने के लिए 4 सेवादार कैदी मौजूद रहते हैं।
अतीक की तेल-मालिश करते हैं उसके सेवादार, मनपसंद खाना अलग चूल्हे पर तैयार करते हैं पुरानी जेल में ज्यादातर पुराने और पेशेवर कैदी बंद हैं। जिनपर हत्या, लूट और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर मामले हैं। इनमें से कई 10 साल से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा भुगत रहे हैं। अतीक के बैरक में कुछ कैदी उसके सेवादार हैं। वो उसकी तेल-मालिश करते हैं। उसकी खातिरदारी में कोई कमी नहीं छोड़ते। अतीक को अपना मनपसंद खाना मिल सके इसके लिए सेवादार बैरक के अंदर ही लकड़ी के चूल्हे पर उसके लिए खाना बनाते हैं। कभी-कभी बाहर के होटल से भी खाना मंगाते हैं।
अतीक का बैरक: जैमर रेंज से बाहर है, माफिया बेधड़क फोन चलाता है जेल में अतीक के पास अपने परिवार से बात करने के लिए मोबाइल फोन मौजूद रहता है। सिर्फ अतीक ही नहीं, बल्कि कई VVIP के पास यह सुविधा मौजूद रहती है। अतीक का जहां बैरक है, वह कई बार जैमर के रेंज से बाहर होता है। इसलिए फोन का इस्तेमाल वह आसानी से कर पाता है।
अतीक जेल के अंदर भी माफिया, पर कैसे? ऊपर से आदेश है? जेल अधिकारी क्या कहते हैं? जब ऊपर से आदेश हो तो कई VVIP कैदियों को फोन रखने और अन्य सुविधाएं दी जाती हैं। अतीक उनमें से एक है। अतीक ने जेल में अपनी छवि माफिया और यूपी के बाहुबली की बना रखी है। उसके सेवक उसकी छवि को बरकरार रखने में उसकी पूरी मदद करते हैं।
किताबें और अखबार पढ़ता रहता है, कभी TV तो कभी अकेले बैठा रहता है अतीक का समय अधिकतर किताबें पढ़ने, TV देखने और अखबार पढ़ने में ही बीतता है। इसके बाद सुबह शाम वह बैरक के बाहर बने पत्थर पर बैठा रहता है। वह अब लंगड़ाता है और पहले से ज्यादा मोटा हो गया है।
हर 15 दिन पर बदलती है बैरक की सुरक्षा हाई सिक्योरिटी सेल की सुरक्षा हर 15 दिन पर बदलती है। इसमें जेल पुलिस से लेकर गुजरात पुलिस के SRP बटालियन तक के जवान शामली होते हैं।
लगता है यूपी नहीं जाना चाहता है, योगी के आने से खौफ में है उसको देखने और उसके हाव-भाव से लगता है जैसे वह यूपी नहीं जाना चाहता है। शायद योगी से उसको डर है। उसको यहां किसी चीज की कमी नहीं है।
उत्तर प्रदेश के बेहद जरूरी वीडियोज देखने के लिए क्लिक करें हमारे यूट्यूब चैनल और फेसबुक पेज को।