विश्वविद्यालय परिसर में बोलना मना है, अपने अधिकार की लड़ाई लड़ना जुल्म है, विश्वविद्यालय प्रशासन से सवाल जवाब करना दंडनीय अपराध है। छात्र नेता अजय सम्राट ने कहा कि एक तरफ हम छात्र अपने पेट की आंत को निचोड़े हुए आमरण अनशन पर बैठे हैं पता नहीं विश्वविद्यालय के हुक्मरानों को नीद कैसे आ रही है। अगर जल्द से जल्द फीस वृद्धि वापस नहीं हुई तो हम अपनी जान दे देंगे और उसका पूरा जिम्मेदार इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन होगा।
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