राजा भैया की पार्टी पहली बार लड़ रही निकाय चुनाव
कुंडा विधायक राजा भैया की जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पहली बार निकाय चुनाव में है। राजा भैया ने कुंडा नगर पंचायत से उषा त्रिपाठी को उतारा है। उनका मुख्य मुकाबला सीमा यादव से माना जा रहा है। जो निवर्तमान चेयरमैन और सपा की प्रत्याशी हैं।
कुंडा विधायक राजा भैया की जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पहली बार निकाय चुनाव में है। राजा भैया ने कुंडा नगर पंचायत से उषा त्रिपाठी को उतारा है। उनका मुख्य मुकाबला सीमा यादव से माना जा रहा है। जो निवर्तमान चेयरमैन और सपा की प्रत्याशी हैं।
2017 में गुलशन ने जेल से जिता दिया था पत्नी को चुनाव
साल 2017 में गुलशन यादव जेल में थे। इस चुनाव में उन्होंने जेल में रहते हुए ही पत्नी को कुंडा चेयरमैन का चुनाव जिता दिया था। सीमा यादव ने चुनाव में दीपा जायसवाल को 4792 मतों से मात दी थी। जिसने गुलशन का कद काफी बढ़ा दिया था।
राजा भैया के रहे करीबी गुलशन, अब दोनों एक-दूसरे को फूटी आंख नहीं सुहाते
गुलशन यादव ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत राजा भैया के साथ ही की थी। साल 2011 में गुलशन यादल जब कुंडा नगर पंचायत के अध्यक्ष बने तो उनका राजा भैया का भी समर्थन था। बाद में दोनों के रिश्ते खराब हो गए।
गुलशन यादव ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत राजा भैया के साथ ही की थी। साल 2011 में गुलशन यादल जब कुंडा नगर पंचायत के अध्यक्ष बने तो उनका राजा भैया का भी समर्थन था। बाद में दोनों के रिश्ते खराब हो गए।
2022 में गुलशन यादव ने राजा भैया के खिलाफ विधानसभा का चुनाव लड़ा। इसमें काफी तीखी बयानबाजी देखने को मिली। विधानसभा में बढ़ी ये सियासी तपिश निकाय चुनाव में भी दिख रही है। विधानसभा से भी दिलचस्प हुई जंग
कुंडा नगर पंचायत में विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की पार्टी की प्रत्याशी है, ऐसे में उनकी प्रतिष्ठा दांव पर है। दूसरी ओर गुलशन यादव का पंचायत सीट पर लंबे समय से कब्जा है। ऐसे में उनके लिए भी ये प्रभाव साबित करने की लड़ाई है।
कुंडा नगर पंचायत में विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की पार्टी की प्रत्याशी है, ऐसे में उनकी प्रतिष्ठा दांव पर है। दूसरी ओर गुलशन यादव का पंचायत सीट पर लंबे समय से कब्जा है। ऐसे में उनके लिए भी ये प्रभाव साबित करने की लड़ाई है।
साफ है कि समाजवादी पार्टी और जनसत्ता पार्टी के उम्मीदवारों का कुंडा नगर पंचायत में प्रदर्शन राजा भैया और गुलशन यादव के राजनीतिक रुतबे पर भी असर डालेगा। विधानसभा सीट पर राजा भैया काफी मजबूत हैं लेकिन पंचायत में जिस तरह से गुलशन का रिकॉर्ड रहा है। उससे ये लड़ाई विधानसभा चुनाव से भी दिलचस्प होती दिख रही है।
यह भी पढ़ें