हर साल हरियाली अमावस्या के दिन दुकान के बाहर ग्राहकों की भीड़ देखी जा सकती है। इसके पीछे दो वजहें हैं। एक तो यह कि यहां लजीज मालपुए मिलते हैं। वहीं दूसरी वजह यह है कि साल में जो दुकान सिर्फ एक बार खुलती हो, वहां से मिठाई खरीदकर खाने का अपना अलग रोमांच होता है।
दुकानदार ने बताया कि वह आज भी पुराने जमाने का हाथ से बना ताला ही लगाते हैं। उनका मानना है कि यह बहुत मजबूत है और पूरे साल दुकान की हिफाजत करता है। हालांकि, उन्होंने इस बात का खुलासा नहीं किया कि आखिर क्यों साल के एक ही दिन यह दुकान खुलती है।