प्रतापगढ़

सावधानः ये समय है सांपों की जंग का, अब कब्जे के लिए करेंगे लड़ाई, उचित दूरी बनाए रखें

Rajasthan News: सांपों की प्रजाति में शामिल धामण पूरे भारत में पाया जाने वाला सांप है, जो की जहरीला नहीं होता है।

प्रतापगढ़Jun 11, 2024 / 02:54 pm

Rakesh Mishra

Rajasthan News: अमूमन कई जीव-जंतुओं में अपने क्षेत्र के लिए कई बार आक्रामक जंग होती है। इसी प्रकार की जंग धामण प्रजाति के नर सांपों में इन दिनों देखी जा सकती है। यह समय इस सांप के प्रजाति के लिए प्रजनन से ठीक पहले का है। इस समय होने वाली जंग कई घंटों तक चलती है। प्रतापगढ़ के दलोट के वाइल्ड लाइफ एंड एनिमल रेस्क्यू सोसायटी के लवकुमार जैन ने बताया कि रेट स्नैक के नर सांपों में होने वाली जंग को कई लोग यह भ्रम होता है यह नर-मादा है, जो मेटिंग करते है। जबकि सच यह है कि दोनों सांप नर होते हैं, जो अपने क्षेत्राधिकार और उस एरिये में मादा पर अपना कब्जा जताने के लिए करते हैं।

किसानों का मित्र होता है धामण सांप

सांपों की प्रजाति में शामिल धामण पूरे भारत में पाया जाने वाला सांप है, जो की जहरीला नहीं होता है। रैट स्नेक की पहचान उसके शरीर से होती है, जो आमतौर पर एक समान भूरे रंग का होता है। इसके शरीर पर गहरे धब्बे हल्की धारियां होती है और बीच में मोटा होता है। वयस्क सांप दो से 3 मीटर की प्रभावशाली लंबाई तक पहुंच सकते हैं। कुछ इससे भी लंबे होते हैं। इसका सिर लम्बा होता है, जबकि विषैले सांपों में सिर त्रिकोणीय आकार का रहता है। आंखें उनकी अपेक्षाकृत बड़ी, गोल आंखों में एक विशिष्ट काली पुतली दिखाई देती है। ये सांप फुर्तीले पर्वतारोही होते हैं और अक्सर पेड़ों या झाड़ियों में पाए जाते हैं। वे कुशल तैराक भी होते हैं और जल निकायों के पास के क्षेत्रों में निवास कर सकते हैं। खतरा महसूस होने पर भारतीय रैट स्नेक अपने शरीर को फुला सकते हैं और जोर से फुफकार सकते हैं। हालांकि, वे आम तौर पर गैर-आक्रामक होते हैं। भारतीय रैट स्नेक अनुकूलनीय होते हैं। विभिन्न प्रकार के वातावरण में पनपते हैं, जिनमें घास के मैदान, कृषि क्षेत्र, जंगल और यहां तक कि शहरी क्षेत्र भी शामिल हैं। अपने नाम के अनुरूप, ये सांप मुख्य रूप से चूहों को खाते हैं। हालांकि वे पक्षियों और अंडों का सेवन करने के लिए भी जाने जाते हैं। खास बात सांप का सामना करना एक मनोरम अनुभव हो सकता है, लेकिन सावधानी बरतना और सुरक्षित दूरी बनाए रखना अति महत्वपूर्ण है।

राजस्थान का सबसे शक्तिशाली सांप

धामण सांप राजस्थान के सबसे शक्तिशाली सांप है। यह अपने वजन चार-पांच किलो का होता है। इसकी मांशपेशियां शक्तिशाली होती है। इसकी शक्ति वजन से सात-आठ गुना तक पकड़ होती है। इसका रंग भूरा, हल्का मटमैला, खाकी कलर का होता है।

संरक्षित सूची में रेट स्नैक

यह सांप वन्यजीव अधिनियम 1972 की अनुसूचि दो/दो के तहत संरक्षित है। इसके शिकार पर सात वर्ष की सजा का प्रावधान भी है।

दुर्लभ सांपों की सूची में शामिल हैं रूप सुंदरी

दलोटकस्बे में एक दुकान से दुर्लभ सांपों की सूची में शामिल रूप सुंदरी का रेस्क्यू किया गया। रेस्क्यूर लवकुमार जैन ने बताया कि अंग्रेजी नाम कॉमन ट्रिंकेट स्नैक हैं, कई जगहों पर वनसुंदरी और तस्कर और अलंकार सांप के नाम से भी पहचान जाता है। दलोट में रामजी की कुटिया के सामने स्थित एक मकान के बाहर रूप सुंदरी सांप को पकड़ा गया। इस सांप को रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा। रूप सुंदरी को देश में कई जगहों पर वन सुंदरी तो महाराष्ट्र में तस्कर सांप के नाम से पहचान मिली हुई है। यह सांप पूरी तरह से विषहीन होता है।

नहीं करें शिकार, करें संरक्षण

धामण सांप किसानों का मित्र है और यह जहरीला नहीं होता है। ऐसे में इसका संरक्षण करना चाहिए। खेतों में यह चूहे का सफाया करता है। इस कारण फसलों की सुरक्षा के लिए सहायक है। हालांकि जब तक सांप की पहचान ना हो, इससे दूर रहना चाहिए। इसकी सूचना रेस्क्यूअर या वन विभाग के कर्मचारी को देनी चाहिए।
  • हरिकिशन सारस्वत, उप वन संरक्षक, प्रतापगढ़
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