इसके मुकाबले अब तक 1002 एमएम बारिश हो गई है जो 102 प्रतिशत है। वहीं प्रमुख बांध 16 में से 13 बांध छलक गए है। वहीं तीन बांधों में भी 50 प्रतिशत से अधिक पानी की आवक हो चुकी है। ऐसे में जहां पीने का भरपूर पानी मिल सकेगा। वहीं आगामी रबी की सीजन में कमांड क्षेत्र के किसानों को भरपूर पानी मिलेगा जिससे किसानों में खुशियां देखी जा रही है।
वहीं संभाग का सबसे बड़ा व प्रदेश का सबसे गहरा बांध
जाखम बांध भी छलक गया है। इसकी भराव क्षमता 31 मीटर है। यहां 17 सितंबर को चादर चल गई थी। इसमें गेट नहीं हैं। यहां अभी बांध लबालब भरा हुआ है। इससे भी कमांड क्षेत्र के किसानों को भरपूर पानी मिलेगा।
सबसे अधिक मुख्यालय पर, दलोट में कम
जिले में इस वर्ष जहां औसत
बारिश का आंकड़ा पार हो गया है। वहीं जिला मुख्यालय पर सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है। यहां 1317 एमएम बारिश हो चुकी है। इसके अलावा सबसे कम बारिश दलोट मुख्यालय पर दर्ज की गई है। यहां 688 एमएम बारिश ही हुई है।
जाखम बांध से 28 हजार हैक्टेयर में होगी सिंचाई
जाखम की दो नहरें पूरे धरियावद उपखंड में खेतों में सिंचाई करती है। इसमें 35 किमी दाई एवं 39 किमी बाई मुख्य नहरें निकाली हुई है। इस बार बांध लबालब है। ऐसे में धरियावद क्षेत्र की करीबन 28 हजार हैक्टेयर क्षेत्र से अधिक में रबी सीजन में सिंचाई अच्छे से होगी।