गौरतलब है कि प्रतापगढ़ के सदर बाजार निवासी एक अधेड़ गत 9 मार्च को दुबई से आया था। खांसी, जुकाम की शिकायत के बाद उसने गत 18 मार्च को यहां जिला अस्पताल में चिकित्सकों को दिखाया। मरीज को लक्षण के आधार पर कोरोना वायरस संदिग्ध मानते हुए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया। उसकी स्वाब के नमूने लेकर उदयपुर आरएनटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजे गए। वहां उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इससे प्रशासन में हडक़ंप मच गया। आनन-फानन में उसके घर और आसपास के एरिये में स्क्रीनिंग की गई।
एसएमएस मेडिकल कॉलेज में निगेटिव आई रिपोर्ट ( Coronavirus In Rajasthan )
अस्पताल प्रशासन ने एहतियात के तौर पर उसका दूसरा सैंपल जयुपर स्थित एसएमएस मेडिकल कॉलेज भेजा गया तो सैंपल निगेटिव आया। इससे यहां चिकित्सक भ्रम में पड़ गए कि आगे किस मेडिकल प्रोटोकॉल के हिसाब से मरीज का इलाज किया जाए। जब इसकी जानकारी वापस जयपुर दी गई तो वहां से मरीज का सैंपल फिर से भेजने के निर्देश दिए गए। रविवार को मरीज का सैंपल फिर से जयपुर भेजा गया था। इसकी रिपोर्ट रविवार देर रात तक नहीं आई थी।
दोनों जांच रिपोर्ट अलग-अलग आई है दुबई से आए कोरोना वायरस संदिग्ध मरीज की जांच रिपोर्ट उदयपुर व जयपुर मेडिकल कॉलेजों से अलग-अलग आई है। उदयपुर से उसे पॉजिटिव बताया गया है, जबकि जयपुर से निगेटिव। अब सैकंड ऑपिनियन के तौर पर वापस जयपुर रिपोर्ट भेजी गई है।
– अनुपमा जोरवाल, जिला कलक्टर, प्रतापगढ़ ( प्रतीकात्मक तस्वीर )
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