जिसमें बताया गया कि वह 15 दिन पूर्व गांव में कलश यात्रा का कार्यक्रम होने से ससुराल से आई थी। तब से यही रह रही थी। इस दौरान दो मई को रामकन्या घर से सुहागपुरा बाजार में जाने का कहकर निकली थी। जो वापस घर नहीं आई। इस पर समझा कि वह ससुराल गांगाखोह गई होगी। हत्या का मामला दर्जकर मौके पर ही मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया। एफएसएल टीम ने मौके पर साक्ष्य एकत्रित किए गए। इसके साथ ही डॉग स्क्वायड टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण करवाया। मामले की संदिग्धता को देखते हुए टीम का गठन किया गया। पुलिस ने मृतका रामकन्या मीणा के पूर्व परिचित श्रवण पुत्र गेंदमल की गतिविधियां संदिग्ध लगी। जिससे पुलिस ने उससे गहनता से पूछताछ की।
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गहने निकाल लिए रामकन्या की हत्या के बाद आरोपी श्रवण ने मृतका रामकन्या के गले में पहने गहने साकली व हाथ मे पहनने का चांदी का कड़ा निकाल लिया। आरोपी ने मृतका रामकन्या की हत्या कर मृतका की लाश को वहीं एनिकट के पास रतनजोत की झाड़ियों में छिपा दिया। आरोपी श्रवण मीणा ने अपने गिरवी रखे मोबाइल को छुड़ाने के साथ उसने अपने जन्मदिन पर बर्थडे पार्टी का आयोजन भी रखा था।MBA पास महिला फर्राटे से बोलती है अंग्रेजी, फिर भी निर्वस्त्र घूमने को मजबूर…हुआ हैरान करने वाला खुलासा
बहला-फुसलाकर ले गया था जंगल में पुलिस के अनुसार आरोपी श्रवण ने बताया कि पैसों की जरूरत होने के कारण उसने यह हत्या की। पुलिस ने बताया कि रामकन्या मीणा जो 15 दिन पूर्व ही अपने ससुराल से अपने पीहर आई हुई थी। जिसे वह बहला-फुसलाकर वन क्षेत्र में ले गया। जहां उसने मृतका रामकन्या मीणा को रुपयों की आवश्यकता बताते हुए उसके पहने गहने देने को कहा। जिस पर रामकन्या ने मना कर दिया था। श्रवण मीणा ने गुस्से में आकर रामकन्या मीणा के पेट पर लात मार दी। गौरतलब है कि रामकन्या मीणा पांच माह की गर्भवती होने के कारण घायल हो गई। जिसके बाद आरोपी श्रवण ने मृतका की चुन्नी से गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी।