बताया जा रहा है कि इस बैठक में योगी ने पीएम मोदी को अपने चार साल के कामकाज की रिपोर्ट सौंपी। साथ ही यूपी में कैबिनेट विस्तार और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भी मंथन हुआ। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद योगी ने BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा से करीब 100 मिनट तक चर्चा की। यहीं से वे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने पहुंचे। माना जा रहा है दिल्ला से लौटकर सीएम योगी और मजबूत हो सकते हैं।
यह भी पढ़ेंः दिल्ली में योगी आदित्यनाथ ने गृहमंत्री अमित शाह से की मुलाकात, फिर सामने आया ये ट्वीट योगी ने जताया अभार पीएम मोदी से मुलाकात के बाद योगी आदित्यनाथ ने एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने पीएम मोदी का आभार जताया। योगी ने ट्वीट में लिखा- आज आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी से नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट एवं मार्गदर्शन प्राप्ति का सौभाग्य प्राप्त हुआ। अपनी व्यस्ततम दिनचर्या से भेंट के लिए समय प्रदान करने व आत्मीय मार्गदर्शन करने हेतु आदरणीय प्रधानमंत्री जी का हृदयतल से आभार।
सीएम योगी ने दिल्ली में चली मैराथन मुलाकातों के जरिए यूपी के लिए आगामी रूपरेखा पर विचार विमर्श किया। हालांकि आधिकारिक तौर पर इन मुलाकातों के बार में कोई जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन सूत्रों की मानें तो पार्टी आलाकमान से मुलाकात के बात योगी और मजबूती के साथ आगे बढ़ सकते हैं।
80 मिनट की मुलाकात के मायने
आमतौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए इतना लंबा वक्त नहीं रखते जितना उन्होंने योगी आदित्यनाथ को दिया। इसका सीधा मायना यह है कि पीएम मोदी ने विस्तार से योगी के साथ चर्चा कर उन्हें मजबूत बनाने की कोशिश की है। यानी सीएम योगी दिल्ली से यूपी लौटने के बाद ज्यादा मजबूत दिखाई दे सकते हैं।
आमतौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए इतना लंबा वक्त नहीं रखते जितना उन्होंने योगी आदित्यनाथ को दिया। इसका सीधा मायना यह है कि पीएम मोदी ने विस्तार से योगी के साथ चर्चा कर उन्हें मजबूत बनाने की कोशिश की है। यानी सीएम योगी दिल्ली से यूपी लौटने के बाद ज्यादा मजबूत दिखाई दे सकते हैं।
ये बदलाव कर सकते हैं योगी
पीएम मोदी से 80 मिनट और नड्डा से करीब 100 मिनट की मुलाकात के बाद मंत्रि मंडल विस्तार से लेकर संगठन को मजबूत बनाने संबंधी तमाम चर्चाओं के कयास लगाए जा रहे हैं। ऐसे में यूपी लौटकर सीएम योगी कैबिनेट का विस्तार जल्द कर सकते हैं। इसके अलावा जितिन प्रसाद और मोदी के करीबी एके शर्मा को भी मंत्री बनाया जा सकता है।
पीएम मोदी से 80 मिनट और नड्डा से करीब 100 मिनट की मुलाकात के बाद मंत्रि मंडल विस्तार से लेकर संगठन को मजबूत बनाने संबंधी तमाम चर्चाओं के कयास लगाए जा रहे हैं। ऐसे में यूपी लौटकर सीएम योगी कैबिनेट का विस्तार जल्द कर सकते हैं। इसके अलावा जितिन प्रसाद और मोदी के करीबी एके शर्मा को भी मंत्री बनाया जा सकता है।
इसके साथ ही नाराज विधायकों को मनाने की कोशिश से लेकर सहयोगी दलों के साथ आगामी चुनाव की रणनीति का खाका तैयार करने पर भी काम किया जा सकता है। राष्ट्रपति से भी मिले योगी, जेपी नड्डा को भेंज की बुकलेट
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का दिल्ली में दो दिन मैराथन शीर्ष नेताओं से मुलाकात का दौर चला। गुरुवार को जहां उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। वहीं शुक्रवार को वे पहले पीएम मोदी फिर जेपी नड्डा से मिले। इस दौरान उन्होंने जेपी नड्डा को प्रवासियों को समाधान पर आधारित एक बुकलेट भेंट की। यही बुकलेट उन्होंने गुरुवार को अमित शाह को भी दी थी। इसके बाद करीब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात की।
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का दिल्ली में दो दिन मैराथन शीर्ष नेताओं से मुलाकात का दौर चला। गुरुवार को जहां उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। वहीं शुक्रवार को वे पहले पीएम मोदी फिर जेपी नड्डा से मिले। इस दौरान उन्होंने जेपी नड्डा को प्रवासियों को समाधान पर आधारित एक बुकलेट भेंट की। यही बुकलेट उन्होंने गुरुवार को अमित शाह को भी दी थी। इसके बाद करीब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात की।
ओम प्रकाश राजभर के ट्वीट से गर्माई सियासत
पीएम मोदी और योगी की मुलाकात के इस बीच एनडीए के पूर्व सहयोगी ओम प्रकाश राजभर ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए बीजेपी को डूबती नैया बताया।
पीएम मोदी और योगी की मुलाकात के इस बीच एनडीए के पूर्व सहयोगी ओम प्रकाश राजभर ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए बीजेपी को डूबती नैया बताया।
कैबिनेट विस्तार की चर्चा के बीच एनडीए के पूर्व सहयोगी ओम प्रकाश राजभर ने ट्वीट कर लिखा- बीजेपी डूबती हुई नैया है, जिसको इनके रथ पर सवार होना है हो जाए पर हम सवार नहीं होंगे। जब चुनाव नजदीक आता है तब इनको पिछड़ों की याद आती है जब मुख्यमंत्री बनाना होता है तो बाहर से लाकर बना देते हैं। हम जिन मुद्दों को लेकर समझौता किए थे, साढ़े चार साल बीत गया एक भी काम पूरा नहीं हुआ।’
यह भी पढ़ेंः एनसीपी प्रमुख शरद पवार से प्रशांत किशोर की मुलाकात, इन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा राजभर का ये ट्वीट ऐसे समय आया जब सीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी के बीच चर्चा चल रही है। राजभर ने आगे लिखा- ‘यूपी में शिक्षक भर्ती में पिछड़ो का हक लुटा,पिछड़ों को हिस्सेदारी न देने वाली बीजेपी किस मुंह से पिछड़ों के बीच में वोट मांगने आएंगी? इनको सिर्फ वोट के लिए पिछड़ा याद आते हैं।
हमने भागीदारी संकल्प मोर्चा बनाया है जो यूपी में बीजेपी को हराना चाहते हैं, हम उनसे गठबंधन करने को तैयार है।’ दरअसल राजनीतिक गलियारों में चर्चा थी कि बीजेपी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओपी राजभर की वापसी की कवायद में जुटी थी। पिछड़े वर्ग के वो साधने के लिए ओपी राजभर से दोबारा गठबंधन के लिए संपर्क किया जा रहा था लेकिन राजभर के ट्वीट से साफ है कि उन्होंने फिलहाल बीजेपी का न्योता ठुकरा दिया है।