नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव ( Loksabha election ) से पहले रफाल, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर कुर्ते की आस्तीन चढ़ाने जैसे आक्रामक तेवर के चलते कांग्रेस नेता राहुल गांधी ( Congress leader Rahul Gandhi ) की एंग्री यंग मैन जैसी छवि बन गई थी। अब कोरोना वायरस ( coronavirus ) के प्रकोप पर राहुल पिछले तीन महीने से सरकार को सलाह दे रहे हैं। इसी कड़ी में राहुल की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों से संवाद श्रंखला का भी शंखनाद कर दिया गया है। इसके माध्यम से देश के वास्तविक मुद्दों पर राहुल को गंभीर सोच वाला नेता बनाकर उभारने की रणनीति पर कांग्रेस ( Congress ) काम कर रही है।
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लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद से राहुल ने इस्तीफा दे दिया था। साथ ही रफाल जैसे मुद्दों के विफल हो जाने से राहुल की छवि पर विपरीत असर भी पड़ा था। सीएए, एनआरसी जैसे मुद्दों पर भी राहुल कुछ खास नहीं कर सकें। इसी बीच राहुल ने फरवरी में ही कोविड-19 को लेकर सरकार को चेताया। केन्द्र सरकार और भाजपा ने उनकी बात को हल्के में लिया। इसके बाद कोरोना ने भारत में कहर बरपा दिया। इसके बाद राहुल ने सरकार को सलाह देने का सिलसिला जारी रखा, लेकिन सरकार ने अधिकांश को नजरअंदाज कर दिया। अब राहुल के रणनीतिकारों ने राहुल के विशेषज्ञों से संवाद के माध्यम से सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की है। इससे लोगों के बीच यह संदेश देने की कोशिश भी की जा रही है कि कोरोना से निपटने के सरकार के कदम अपर्याप्त हैं। जो सुझाव कांग्रेस ने देश हित में दिए थे, उसी तरह की बातें विशेषज्ञ भी कर रहे हैं। सरकार इन्हें नजरअंदाज कर रही है। राजनीति के जानकारों का कहना है कि कांग्रेस ने इस मुद्दे को सोच-समझकर चुना है। कोरोना का मुद्दा संवेदनशील होने के चलते कांग्रेस ने राहुल को आगे बढ़ाने के लिए विशेषज्ञों की मदद ली है। यह सधी हुई राजनीति दिख रही है। कांग्रेस और राहुल की छवि बदलने में यह अहम भूमिका निभा सकती है।
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हफ्ते में दो बार करने पर विचार
कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि राहुल का इस तरह का संवाद हफ्ते में कम से कम दो बार करने पर विचार चल रहा है। खुद राहुल ने अपने ट्वीटर हैंडल से इसकी जानकारी दी है कि आने वाले दिनों में वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों से इसी तरह बातचीत करेंगे। आरबीआई के पूर्व गर्वनर डॉ. रघुराम राजन से राहुल की बातचीत को सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोगों ने देखा है। पिछले कुछ समय में कांग्रेस का यह सर्वाधिक देखे जाने वाला वीडियो बनता दिख रहा है।