दरअसल तृणमूल कांग्रेस ने सुष्मिता को राज्यसभा के लिए प्रस्तावित उपुचनाव में उम्मीदवार बनाने की घोषणा की है। सुष्मिता देव सोमवार 20 सितंबर को विधानसभा में नामांकन दाखिल करेंगी। तृणमूल कांग्रेस की टिकट पर राज्यसभा गए डॉ मानस रंजन भुइयां के इस्तीफे के बाद खाली राज्यसभा की एक सीट पर 4 अक्तूबर को उपचुनाव होना है।
यह भी पढ़ेंः West Bengal By Election: आचार बेचने वाले से लेकर योगा ट्रेनर तक, भवानीपुर में 12 प्रत्याशी दे रहे पूर्व सांसद सुष्मिता देव ने इसी वर्ष कांग्रेस से अपना इस्तीफा दिया था। उन्होंने इस्तीफे की जानकारी सोनिया गांधी को पत्र के माध्यम से दी थी। अपने इस्तीफे के बाद सुष्मिता ने कोलकाता में टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली।
ये है टीएमसी की प्लान
दरअसल ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने ऐसे ही सुष्मिता देव को पार्टी में शामिल नहीं किया, बल्कि उनके जरिए पार्टी आगामी त्रिपुरा चुनाव को साधने में जुटी है। सुष्मिता को राज्यसभा भेजकर पूर्वोत्तर राज्य में अपनी पकड़ जमाने की कोशिश करेगी।
दरअसल ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने ऐसे ही सुष्मिता देव को पार्टी में शामिल नहीं किया, बल्कि उनके जरिए पार्टी आगामी त्रिपुरा चुनाव को साधने में जुटी है। सुष्मिता को राज्यसभा भेजकर पूर्वोत्तर राज्य में अपनी पकड़ जमाने की कोशिश करेगी।
वहीं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने सोमवार को ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा, पश्चिम बंगाल में होने वाले राज्यसभा उपचुनाव के लिए बीजेपी किसी उम्मीदवार को नामित नहीं करेगी। परिणाम पूर्व निर्धारित है।
हमारा ध्यान यह सुनिश्चित करना है कि अनिर्वाचित मुख्यमंत्री एक बार फिर से अनिर्वाचित हो जाएं। जय मां काली। यह भी पढ़ेँः West Bengal : बाबुल सुप्रियो बोले TMC से मिला चुनौतीपूर्ण ऑफर, बताया कब देंगे सांसद पद से इस्तीफा
इससे पहले दिनेश त्रिवेदी के इस्तीफे के बाद राज्यसभा की एक सीट पर उप चुनाव हुआ था,जिसमें टीएमसी के उम्मीदवार जवाहर सरकार निर्विरोध निर्वाचित हुए। यहां भी बीजेपी ने कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं किया था।
सुष्मिता देव 2014 के लोकसभा चुनाव में असम की सिल्चर सीट से कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर सांसद बनीं थीं, इसके बाद उन्हें ऑल इंडिया महिला कांग्रेस का कार्यभार भी दिया गया था, लेकिन वह कांग्रेस छोड़कर टीएमसी में शामिल हो गई हैं।