यही नहीं बमबारी की घटना के बाद पुलिस ( Kolkata Police ) और प्रशासन की सक्रियता पर सवाल उठ रहे हैं। दरअसल सोमवार को ही पहली बार पेट्रोल बम फेंके जाने की घटना को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी NIA को जांच सौंपी गई थी। लेकिन अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं, कि जांच के आदेश के ठीक दूसरे दिन यानी मंगलवार को एक बार फिर सांसद के घर के पीछे बम से धमाका किया गया।
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West Bengal By Election: शुभेंदु अधिकारी बोले-BJP के लिए भवानीपुर में जीतना मुश्किल, जानिए क्या बताई वजह आठ सितंबर को बीजेपी सांसद के घर पर बम फेंके जाने के मामले के बाद 13 सितंबर को ही इस मामले की जांच एनआईए को सौंपी गई है। हालांकि इसके ठीक एक दिन बाद यानी 14 सितंबर मंगलवार को एक बार फिर अर्जुन सिंह के घर के बाहर बम धमाके की घटना ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बदमाश आज सुबह नौ बजे अर्जुन सिंह के घर के पीछे बम फेंक कर फरार हो गए। इस मामले में हत्या का प्रयास, संगठित अपराध व विस्फोटक कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस की टीम बमबारी की घटना के बाद घटना स्थल पर पहुंच गई है और घर के आसपास की छानबीन की। भवानीपुर में मतदान की जिम्मेदारी मिलने के बाद बढ़े हमले
बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह का दावा है कि जब से उन्हें भवानीपुर उपचुनाव में मतदान की जिम्मेदारी मिली है, उसके बाद से उन पर हमले बढ़ गए हैं।
सिंह का आरोप है कि उन पर हमला टीएमसी की ओर से ही करवाया गया है। ये हमला उन्हें डराने और धमकाने के मकसद से किया जा रहा है। बता दें कि आठ सितंबर की सुबह अर्जुन के घर पर तीन पेट्रोल बम फेंके गए थे। दो उनके घर के दरवाजे पर फेंके गए थे, जबकि तीसरा बम उस जगह पर फेंका गया था, जहां उनकी सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ जवानों की तैनाती रहती है। हालांकि घटना के वक्त बैरकपुर के सांसद घर पर नहीं थे।
यह भी पढ़ेँः West Bengal: बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह के घर पर फेंके गए पेट्रोल बम, जानिए क्या बोले राज्यपाल जगदीप धनखड़ दो लोगों की हुई गिरफ्तारीबीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने भी दावा किया कि बम विस्फोट में तृणमूल का हाथ था। वहीं सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक पुलिस ने दावा किया कि बदमाशों के दो गुटों के बीच विवाद के चलते एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर हमला कर दिया। घटना में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था।