नई दिल्ली। जेएनयू मुद्दा और भारत माता की जय के नारे लगाने को लेकर उठे विवाद में अब कांग्रेस नेता शशि थरूर भी कूद पड़े हैं। थरूर ने कहा कि राष्ट्रवाद अब केवल इससे तय किया जाता है कोई व्यक्ति भारत माता की जय कहता है या नहीं। जेएनयू छात्र संघ के नेता कन्हैया कुमार का बचाव करते हुए थरूर ने उन्हें आज के दौर का भगत सिंह बताया। उन्होंने कहा कि देश को आज कान्हा की भी जरूरत है और कन्हैया की भी। उनका इशारा जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की ओर था। थरूर के इस बयान के बाद सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों में हवा तेज है कि कन्हैया कांग्रेस में शामिल हो सकता है।उन्होंने कहा कि आजकल राष्ट्रवाद इससे तय होता है कि कोई व्यक्ति भारत माता की जय कहता है कि नहीं। लेकिन क्या हमें सभी को ऐसा कहने के लिए मजबूर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में लोगों जो सही लगता है उसे चुनने का अधिकार होना चाहिए और दूसरों के विचारों को सहन किया जाना चाहिए। थरूर ने महाराष्ट्र विधानसाभा में एमआईएम विधायक वारिस पठान के भारत माता की जय बोलने से इंकार करने पर सदन से उनके निलंबन को भी गलत ठहराया।थरूर ने कहा कि देशद्रोह का आरोप देश के महान पुरुष बाल गंगाधर तिलक और जवाहर लाल नेहरू पर भी लगे थे। साफ शब्दों में कहें तो थरूर ने देशद्रोह कानून के मौजूदा स्वरूप को खत्म करने की वकालत की। थरूर ने आगे कहा कि लोगों के पास चुनाव का अधिकार होना चाहिए कि वो अपनी सोच और विचार के साथ लोकतंत्र में रह सकें। उन्होंने करीब 40 मिनट तक जेएनयू में छात्रों को संबोधित किया।