scriptकौन हैं वीना जॉर्ज? केरल के इतिहास में पहली बार किसी महिला को मिलने जा रही यह जिम्मेदारी | Veena George may be First woman Speaker in Kerala history | Patrika News
राजनीति

कौन हैं वीना जॉर्ज? केरल के इतिहास में पहली बार किसी महिला को मिलने जा रही यह जिम्मेदारी

केरल में इस बार पी. विजयन की नई कैबिनेट में एक भी पुराने मंत्री को जगह नहीं मिल पाएगी।

May 18, 2021 / 04:08 pm

Mohit sharma

कौन हैं वीना जॉर्ज? केरल के इतिहास में पहली बार बनेगा कोई महिला स्पीकर!

कौन हैं वीना जॉर्ज? केरल के इतिहास में पहली बार बनेगा कोई महिला स्पीकर!

नई दिल्ली। केरल में वाम लोकतांत्रिक मोर्चा ( LDF ) सरकार का नेतृत्व कर सत्ता बनाकर इतिहास रचने वाले मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन की टीम में कौन-कौन चेहरे होंगे इसको लेकर तैयारियां और मंथन शुरू हो गया है। केरल में इस बार पी. विजयन की नई कैबिनेट अमें एक भी पुराने मंत्री को जगह नहीं मिल पाएगी। केरल सरकार में बनने वाले मंत्रियों की चर्चा के बीच एक नाम ऐसा भी है, जिसने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा हुआ है। ये नाम है वीना जॉर्ज का।

Alert: क्या देश में हो चुकी कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत? उत्तराखंड में 1000 बच्चे मिले संक्रमित

पिनाराई 2.0 कैबिनेट वीना जॉर्ज को पहली महिला विधानसभा अध्यक्ष के रूप में नियुक्त कर एक और इतिहास रच सकती है। हालांकि इस मंगलवार देर शाम तक फैसला होना है। पत्रकार रह चुकीं वीना जॉर्ज अरनमुला विधानसभा क्षेत्र से दूसरी बार विधायक चुनी गई हैं। चूंकि पठानमथिट्टा की सभी सीटें एलडीएफ ने जीती हैं तो जाहिर है कि वीणा को मंत्री या अध्यक्ष में से एक पद दिया जाएगा। नेताओं का इरादा ‘सभा टीवी’ को भी बनाने का है, जो पहली पिनाराई के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान बनी थी।

दिल्ली: इस वजह से अदालत ने रेप के आरोपी को दे दी जमानत, जांच रिपोर्ट में लिखी थी यह बात

के के शैलजा के अलावा, पिछली कैबिनेट के पांच अन्य मंत्री फिर से चुने गए हैं। टीपी रामकृष्णन, एमएम मणि, एसी मोइदीन, कडकमपल्ली सुरेंद्रन और केटी जलील चुने गए मंत्री हैं। पिछले मंत्रियों में से किसी को दूसरा मौका दिया जाना चाहिए या नहीं, इस बारे में राज्य सचिवालय अंतिम निर्णय लेगा। मंगलवार को सीपीएम सचिवालय और दोपहर में राज्य कमेटी की बैठक होगी।

दिल्ली पुलिस ने जैश का खूंखार आतंकी दबोचा, करना चाहता था इस चर्चित व्यक्ति की हत्या

मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने आदर्श नियम बनाया कि जिनके पास लगातार दो कार्यकाल का अनुभव है, उन्हें इस बार चुनाव मैदान में नहीं उतारना है। इसलिए पांच अनुभवी मंत्री – थॉमस इस्साक (वित्त), ए.के. बालन (कानून), जी. सुधाकरन (सार्वजनिक निर्माण), सी. रवींद्रनाथ (शिक्षा), और ई.पी. जयराजन (उद्योग) टिकट पाने में विफल रहे। 28 अन्य पार्टी विधायकों को भी फिर से नामित नहीं किया गया था।

Hindi News / Political / कौन हैं वीना जॉर्ज? केरल के इतिहास में पहली बार किसी महिला को मिलने जा रही यह जिम्मेदारी

ट्रेंडिंग वीडियो