मिशन चंद्रयान 3 अब करेगा कमाल, क्योंकि इसरो ने किया ऐसा काम कि अब तो यह मिशन फेल नहीं बल्कि करेगा… तृणमूल कांग्रेस के सांसद मानस रंजन भूनिया के सवाल के जवाब में अंतरिक्ष विभाग के राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि वैज्ञानिक कोशिशों में प्रक्रियात्मक व प्रक्रियागत घटनाएं होती हैं।
#बिग ब्रेकिंगः इसरो चीफ ने चंद्रयान-2 को लेकर खुद ही कर दिया सबसे बड़ा खुलासा… विक्रम लैंडर के साथ.. सिंह ने राज्यसभा में कहा, “चंद्रयान-2 मिशन को हर भारतीय ने उत्सुकता के साथ देखा। इसमें कुछ हद तक निराशा हुई जैसा कि माननीय सदस्य ने कहा। लेकिन इसे असफलता के रूप में बताया जाना अनुचित होगा।”
उन्होंने कहा कि कोई भी देश दो प्रयासों में सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग कराने में सक्षम नहीं रहा।
बड़ी खबरः चंद्रयान-2 की विफलता के बाद अब ISRO का नया प्लान.. इस देश से ली जाएगी.. फिर रचेगा इतिहास मंत्री ने कहा कि अमरीका ने अपनी अंतरिक्ष यात्रा बहुत पहले शुरू की, लेकिन वे अपने आठवें प्रयास में साफ्ट लैंडिंग कराने में सफल हो सके। भारत के महत्वाकांक्षी चंद्र मिशन चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर को चंद्रमा की सतह पर 7 सितंबर को लैंडिंग करने की उम्मीद थी। पूरा देश इस चंद्र मिशन की सफलता का उत्सुकता से इंतजार कर रहा था, लेकिन चंद्रयान-2 के लैंडर ‘विक्रम’ का संपर्क ग्राउंड स्टेशन से टूट गया।
बिग ब्रेकिंगः अब भारतीय सेना में शामिल होगी यह ऐतिहासिक चीज, कांप जाएगी दुश्मनों की रूह, भारत का दिल दहलाने वाला प्लान मिशन पर पूरक सवालों के जवाब देते हुए मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि मिशन के दो पहलू थे- वैज्ञानिक और तकनीकी और दोनों मोर्चो पर यह सफल रहा।