विधायक नितिन देशमुख ने किया खुलासा
उद्धव ठाकरे गुट के नेता (सचिव) और एक्टर आदेश बांदेकर ने महाराष्ट्र के अकोला-बालापुर के विधायक नितिन देशमुख और धाराशिव (उस्मानाबाद) विधायक कैलाश घाडगे-पाटिल का विस्फोटक इंटरव्यू लिया है। इसमें नितिन देशमुख और कैलास पाटिल ने बड़े खुलासे किए हैं। नितिन देशमुख ने कहा कि एक महीने पहले ही उन्हें पता चल गया था कि शिंदे पार्टी के साथ ही सरकार से बगावत करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि यह बात सिर्फ शिंदे और गृहमंत्री अमित शाह को पता थी।
उद्धव ठाकरे गुट के नेता (सचिव) और एक्टर आदेश बांदेकर ने महाराष्ट्र के अकोला-बालापुर के विधायक नितिन देशमुख और धाराशिव (उस्मानाबाद) विधायक कैलाश घाडगे-पाटिल का विस्फोटक इंटरव्यू लिया है। इसमें नितिन देशमुख और कैलास पाटिल ने बड़े खुलासे किए हैं। नितिन देशमुख ने कहा कि एक महीने पहले ही उन्हें पता चल गया था कि शिंदे पार्टी के साथ ही सरकार से बगावत करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि यह बात सिर्फ शिंदे और गृहमंत्री अमित शाह को पता थी।
शिंदे ने मुझे खुद बताया था
विधायक नितिन देशमुख ने इंटरव्यू में दावा किया है कि खुद एकनाथ शिंदे ने मुझे बताया था कि मैं अगले मुख्यमंत्री बनने जा रहा हूं। देशमुख ने यह भा दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस जानते थे कि बगावत और सत्ता का हस्तांतरण होगा। लेकिन मुख्यमंत्री कौन होगा यह पता नहीं था। बता दें कि साल 2019 में मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना-बीजेपी गठबंधन टूट गया था और शिवसेना (अविभाजित) ने कांग्रेस-एनसीपी के साथ मिलकर महाविकास अघाड़ी की सरकार बनाई थी। महाविकास अघाड़ी की सरकार में उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने थे। इस सरकार ने अपना ढाई साल का कार्यकाल पूरा किया था।
विधायक नितिन देशमुख ने बताया कि उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री बनने के छह महीने के भीतर सत्ता परिवर्तन और बगावत की तैयारी शुरू हो गई थी। वहीं, विधायक कैलाश पाटिल ने कहा कि उद्धव ठाकरे पर विधायकों से न मिलने का आरोप पूरी तरह से गलत है। जब हम पहली बार विधायक बने थे तो वह हमें समय देते थे। यह भी कहना गलत है कि मंत्री भी विधायकों को चर्चा के लिए समय नहीं दे रहे हैं क्योंकि यह मंत्री हर हफ्ते कैबिनेट की बैठक में शामिल होते थे।
विधायक नितिन देशमुख ने इंटरव्यू में दावा किया है कि खुद एकनाथ शिंदे ने मुझे बताया था कि मैं अगले मुख्यमंत्री बनने जा रहा हूं। देशमुख ने यह भा दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस जानते थे कि बगावत और सत्ता का हस्तांतरण होगा। लेकिन मुख्यमंत्री कौन होगा यह पता नहीं था। बता दें कि साल 2019 में मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना-बीजेपी गठबंधन टूट गया था और शिवसेना (अविभाजित) ने कांग्रेस-एनसीपी के साथ मिलकर महाविकास अघाड़ी की सरकार बनाई थी। महाविकास अघाड़ी की सरकार में उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने थे। इस सरकार ने अपना ढाई साल का कार्यकाल पूरा किया था।
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उद्धव पर लगाए गए सारे आरोप बेबुनियादविधायक नितिन देशमुख ने बताया कि उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री बनने के छह महीने के भीतर सत्ता परिवर्तन और बगावत की तैयारी शुरू हो गई थी। वहीं, विधायक कैलाश पाटिल ने कहा कि उद्धव ठाकरे पर विधायकों से न मिलने का आरोप पूरी तरह से गलत है। जब हम पहली बार विधायक बने थे तो वह हमें समय देते थे। यह भी कहना गलत है कि मंत्री भी विधायकों को चर्चा के लिए समय नहीं दे रहे हैं क्योंकि यह मंत्री हर हफ्ते कैबिनेट की बैठक में शामिल होते थे।