टीएमसी सांसद ने निशाना साधते हुए पीएम मोदी से पूछा कि अब ना तो पबजी का रीवाइवल (पुनर्जीवन) होगा और ना ही अर्थव्यवस्था का। ऐसे में हम क्या करें? पीएम मोदी अब तक कर चुके हैं 103 करोड़ रुपए दान, जानें किन कामों में खर्च होती है ये राशि
मोदी सरकार पर टीएमसी सांसद नुसरत जहां ने ट्वीट के जरिए तंज कसा है। सांसद ने ट्वीट करते हुए लिखा है- अब न पबजी में रीवाईवल होगा न ईकोनोमी में, पीएम मोदी जी हम अब क्या करेंगे।
ये पहली बार नहीं जब नुसरत जहां ने पीएम मोदी पर चाइनीज ऐप को लेकर निशाना साधा हो। इससे पहले जब टिक-टॉक समेत 59 चीनी ऐप पर मोदी सरकार की ओर से बैन लगाया गया था, तब भी टीएमसी सांसद नुसरत जहां ने उन पर निशाना साधा था।
रोजगार को लेकर साधा था निशाना
उस दौरान भी नुसरत जहां ने कई सवाल किए थे। उन्होंने कहा था कि टिकटॉक एक मनोरंजन ऐप है लेकिन मुझे लगता है कि यह आवेश में लिया गया फैसला है।
उस दौरान भी नुसरत जहां ने कई सवाल किए थे। उन्होंने कहा था कि टिकटॉक एक मनोरंजन ऐप है लेकिन मुझे लगता है कि यह आवेश में लिया गया फैसला है।
उन्होंने तब पूछा था कि आगे की रणनीतिक योजना क्या है? उन लोगों का क्या जो बेरोजगार होंगे? लोग नोटबंदी की तरह प्रताड़ित होंगे, मुझे बैन से कोई समस्या नहीं है क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए है लेकिन मेरे इन सवालों का जवाब कौन देगा?
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी मोदी सरकार के चीनी ऐप को बैन करने को लेकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि सिर्फ बैन करना काफी नहीं है बल्कि चीन को मुंह तोड़ जवाब देना चाहिए।
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आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने चीन से बढ़े तनाव के बीच PUBG समेत 118 मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। चीनी ऐप्स भारत में करोड़ों रुपये की कमाई करते हैं। आपको बता दें कि देश में पबजी वर्ष 2018 में लॉन्च हुआ था, लेकिन बेहद कम वक्त में यह सबसे लोकप्रिय ऑनलाइन गेम बन गया।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने चीन से बढ़े तनाव के बीच PUBG समेत 118 मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। चीनी ऐप्स भारत में करोड़ों रुपये की कमाई करते हैं। आपको बता दें कि देश में पबजी वर्ष 2018 में लॉन्च हुआ था, लेकिन बेहद कम वक्त में यह सबसे लोकप्रिय ऑनलाइन गेम बन गया।
भारत में जुलाई 2019 तक इसने करीब 2.8 करोड़ डॉलर की आमदनी की थी, ये ऐप युवाओं में काफी लोकप्रिय है। वैसे सरकार के इस एक्शन के बाद राजनेताओं ने इस मसले पर बयानबाजी भी शुरू कर दी है।