इसके अलावा तेजस्वी ने आरोप लगाया कि उन्हें और उनके परिवार सहित रिश्तेदारों को भी मुकदमों में फंसाया जा रहा है। उनके खिलाफ अभी तक 25 मुकदमें कराए गए। उनके भाई, मां, बहनों, जीजा व पिता के समधियों को भी नहीं छोड़ा है। सीबीआइ, ईडी, आईबी के अधिकारी उनके परिवार के सदस्यों व रिश्तेदारों को किसी न किसी केस में फंसाने में लगे हैं। जबकि सृजन घोटाला, शौचालय घोटाला व अन्य घोटालों की जांच करवाने के लिए सरकार तैयार नहीं हैं।
आरजेडी नेता तेजस्वी ने कहा कि केंद्र के भाजपाई मंत्री अनंत हेगड़े का कहना है कि संविधान को खत्म करने के लिए ही भाजपा है। पिछले दिनों पटना व मुजफ्फरपुर में डेरा डालने वाले आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन राव भागवत आरक्षण खत्म करने की वकालत करते हैं। वो कहते हैं कि आरक्षण की जरूरत गरीबों व पिछड़ी जातियों के लोगों को नहीं है। अगर संविधान व आरक्षण खत्म हो गया तो गरीबों के लिए कुछ नहीं बचेगा। आरएसएस और भाजपा के इस षडयंत्र का जवाब देने के लिए हम सभी को एकजुट होना होगा।
पीएम मोदी पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि उन्होंने विदेशों से कालाधन वापस लाने की बात कही थी, लेकिन अब तो सफेद धन बाहर भेजा जा रहा है। सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ 36 घोटाले के मामले सामने आए हैं, लेकिन इसकी जांच करवाने के लिए सरकार तैयार नहीं है। डिप्टी सीएम सुशील मोदी को निशाना बनाते हुए उन्होंने कहा कि सृजन घोटाला में उनका हाथ है। वे भी विजय माल्या व नीरव मोदी की तरह देश छोड़ सकते हैं। इसलिए उनका पासपोर्ट जब्त कर लिया जाना चाहिए।
इससे पहले गुरुवार को आरजेडी प्रमुख लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने नीतीश सरकार पर आरोप लगाया था कि उनके सरकारी घर में भूत है। बिहार के सीएम ने उन्हें परेशान करने के लिए उनके सरकारी घर में भूत छोड़ दिया था। उनके मुताबिक इसलिए उन्होंने पिछले हफ्ते यह बंगला छोड़ दिया। सरकारी बंगले में भूत मुझे परेशान कर रहे थे। आपको बता दें कि तेज प्रताप यादव का यह सरकारी बंगला पटना के देशरत्न मार्ग पर है। उन्हें यह अक्टूबर-नवंबर 2015 में स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद दिया गया था।