मंगलवार देर रात ध्वस्तीकरण की कार्रवाई
आपको बता दें कि राज्य के नवनियुक्त मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ( YS Jagan Mohan Reddy ) ने नायडू ( TDP chandrababu naidu ) के सरकारी आवास ‘प्रजा वेदिका’ को गिराने का आदेश जारी किया था, जिसके बाद प्रशासन ने मंगलवार देर रात ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी। नायडू के बंगले पर हो रही ध्वस्तीकरण की कार्रवाई बुधवार को भी जारी रही।
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आपको बता दें कि इससे पहले पूर्व CM चंद्रबाबू नायडू ने सरकार से ‘प्रजा वेदिका’ को नेता विपक्ष का सरकारी बंगला घोषित करने की मांग की थी। लेकिन मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने उनकी मांग को अस्वीकार कर दिया।
CM आवास के रूप में ‘प्रजा वेदिका’
आपको बता दें कि सरकार ने नायडू ( TDP Chandrababu Naidu ) के आवास प्रजा वेदिका का निर्माण राज्य की राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण ( APCRDA ) के माध्यम से तत्कालीन मुख्यमंत्री आवास के रूप में किया था। इस आवास के निर्माण में पांच करोड़ रुपए की लागत आई थी। इस बंगले का इस्तेमाल नायडू सरकारी कार्यों और नेताओं के साथ मीटिंग के लिए करते थे।
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विधानसभा चुनाव में शिकस्त
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के साथ आंध्र प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों में टीडीपी को जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के हाथों बड़ी शिकस्त मिली है। वाईएसआरसीपी ने 175 सदस्यीय विधानसभा में 151 सीट हासिल कर पूर्ण बहुम प्राप्त किया है। वहीं आम चुनाव में वाईएसआरसीपी को 22 सीटें मिलीं, जबकि टीडीपी को केवल 3 सीटों पर ही जीत मिल पाई है।
अवैध रूप से निर्माण कर रहे नायडू
दरअसल, मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने मंगलवार को चंद्रबाबू नायडू पर कृष्णा नदी के किनारे अवैध रूप से घर के निर्माण का आरोप लगाया था। इसके बाद रेड्डी ने अवैध संरचनाओं को ध्वस्त करने की घोषणा की थी।