इसी कड़ी में अब टीएमसी के बागी और बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी को ललकारा है। शुभेंदु अधिकारी ने ऐलान किया है, कि नंदीग्राम में अगर उन्होंने ममता बनर्जी को 50 हजार वोटों से नहीं हराया तो वे राजनीति से संन्यास ले लेंगे।
आंदोलन के बीच बीजेपी सांसद हेमा मालिनी के होटल में रहने का खर्च उठाना चाहते हैं किसान, जानिए क्या है पूरा मामला बीजेपी का दामन थाम चुके शुभेंदु अधिकारी ने ताल ठोक कर कहा कि अगर उन्होंने नंदीग्राम में ममता बनर्जी को नहीं हराया तो वह राजनीति छोड़ देंगे।
टीएमसी को बताया प्राइवेट लि. कंपनी
शुभेंदु अधिकारी ने कहा, टीएमसी एक पार्टी नहीं बल्कि प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है। यही नहीं उन्होंने ममता के राजनीतिक कौशल पर भी सवाल उठाया। पीके पर भी सवाल
शुभेंदु अधिकारी ने सियासी बाणों से चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि टीएमसी को अगर बिहार से चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को नियुक्त करने की जरूरत पड़ रही है तो इससे यह साबित होता है कि राज्य में बीजेपी बढ़त हासिल कर चुकी है।
शुभेंदु अधिकारी ने कहा, टीएमसी एक पार्टी नहीं बल्कि प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है। यही नहीं उन्होंने ममता के राजनीतिक कौशल पर भी सवाल उठाया। पीके पर भी सवाल
शुभेंदु अधिकारी ने सियासी बाणों से चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि टीएमसी को अगर बिहार से चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को नियुक्त करने की जरूरत पड़ रही है तो इससे यह साबित होता है कि राज्य में बीजेपी बढ़त हासिल कर चुकी है।
ममता बनर्जी के नंदीग्राम से चुनाव लड़ने पर शुभेंदु अधिकारी ने भी ऐलान कर दिया कि अगर उनकी पार्टी उन्हें नंदीग्राम से लड़ने की इजाजत देगी तो वे ममता हरा देंगे। अगर नहीं हराया तो वह सियासत को अलविदा कह देंगे।
आपको बता दें कि ममता बनर्जी ने नंदीग्राम से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई। ममता ने कहा कि नंदीग्राम से उनका खास रिश्ता है। वेब सीरीज तांडव के खिलाफ बीजेपी ने उठाया बड़ा कदम, शुरू किया ये अभियान
ममता को नहीं भरोसा
एक तरफ शुभेंदु ने ममता को ललकारा है तो दूसरी तरफ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा ममता बनर्जी के भवानीपुर से जीत का भरोसा नहीं है। यही वजह है कि वे नंदीग्राम से लड़ने का मन बना रही हैं।
एक तरफ शुभेंदु ने ममता को ललकारा है तो दूसरी तरफ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा ममता बनर्जी के भवानीपुर से जीत का भरोसा नहीं है। यही वजह है कि वे नंदीग्राम से लड़ने का मन बना रही हैं।
दरअसल ममता बनर्जी भवानीपुर से ही चुनाव लड़ती आई हैं, लेकिन शुभेंदु अधिकारी की बगावत के बाद अब ममता ने उन्हीं के गढ़ में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।