लोकसभा चुनावः हिंसक टकराव के बाद क्या भगवा ब्रिगेड वामपंथ के आखिरी ‘किले’ में सेंध लगा पाएगी? विपक्ष की मांग 6.75 लाख मशीनों के मिलान की है बता दें कि अभी तक चुनाव आयोग 4,125 ईवीएम और वीवीपैट पर्ची का मिलान कराता आया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद चुनाव आयोग को 20,625 ईवीएम और वीवीपैट का मिलान कराना होगा। वर्तमान में वीवीपैट पेपर स्लिप मिलान के लिए प्रति विधानसभा क्षेत्र में केवल एक ईवीएम लिया जाता है। एक ईवीएम प्रति विधानसभा क्षेत्र के 4,125 ईवीएम के वीवीपीएटी पेपर्स से मिलान कराया जाता है। लेकिन 21 राजनीतिक दलों के नेताओं ने लगभग 6.75 लाख ईवीएम की वीवीपीएटी पेपर स्लिप के मिलान की मांग की है।
लोकसभा चुनाव 2019: स्मृति ईरानी का कांग्रेस पर बड़ा आरोप, अमेठी में बूथ कैप्चरिं… विपक्ष का आरोप आंध्र के सीएम और टीडीपी अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि दुनिया के 191 देशों में से मात्र 18 देशों ने ईवीएम को अपनाया है, जिनमें से 3 देशों के 10 सबसे अधिक आबादी वाले देशों में शामिल हैं। नायडू ने चिंता जाहिर करते हुए कहा था कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की जा सकती है और उनमें गड़बड़ी भी पैदा होती है। इसके अलावा इनकी प्रोग्रामिंग भी की जा सकती है। उनका कहना है कि नए वीवीपैट में वोटर स्लिप मात्र 3 सेकेंड में कैसे दिखाई देता है जबकि इसे 7 सेकेंड में दिखाई देना चाहिए। उनका आरोप है कि भाजपा ईवीएम से छेड़छाड़ कर वोट हासिल कर सकती है।