नई दिल्ली। बिहार विधानसभा का चुनाव नवंबर, 2020 में होगा लेकिन लोकसभा चुनाव में आरजेडी की करारी हार के बाद वहां अभी सियासी जोड़तोड़ शुरू हो गया है। फिलहाल सुगबुगाहट इस बात की है कि सीएम नीतीश कुमार को एक बार फिर से विपक्ष का चेहरा बनाया जाए। इस मुद्दे पर आरजेडी के एक धड़ा राजी है।
आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी (( RJD Shivanand Tiwari) का कहना है कि इन दिनों केंद्र में कोई विश्वसनीय विपक्ष नहीं है। इसलिए सीएम नीतीश कुमार ( Cm Nitish Kumar) को राष्ट्रीय राजनीति में आना चाहिए। सभी विपक्षी दलों को एकजुट करना चाहिए क्योंकि उन्होंने अभी तक अपनी धर्मनिरपेक्ष छवि को बनाए रखा है।
जेडीयू ने की ऐतिहासिक भूल वैसे भी आरजेडी (RJD) चाहती है कि बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ( Cm Nitish Kumar) देश के सभी विपक्षी दलों के बीच सर्वस्वीकार्य नेता के अभाव में समाजवादी जमात का नेतृत्व करें।
चारा घोटाले मामले में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) से मुलाकात के बाद आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने हाल ही में नीतीश को आगे लाने और विपक्ष का नेतृत्व करने के लिए साफ संकेत दिए हैं।
शिवानंद तिवारी ने कहा कि जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ बिहार और केंद्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल होकर ऐतिहासिक गलती की है। नीतीश करें विपक्ष का नेतृत्व
शिवानंद तिवारी का कहना है कि लगभग 35 वर्षों तक मैंने नीतीश कुमार को राजनीति में सक्रिय देखा है। मैं ये दावा कर सकता हूं कि उनके पास देश का प्रधानमंत्री बनने की राजनीतिक हिम्मत और क्षमता है। उन्हें एनडीए के खिलाफ लड़ाई लड़नी चाहिए और राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष का चेहरा बनना चाहिए।
मांझी भी समर्थन देने को तैयार बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के नेतृत्व वाले हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) ने भी नीतीश कुमार को एनडीए से बाहर निकलने और वैकल्पिक मंच पर काम करने की सलाह दी है।
मांझी ने कहा कि अभी वक्त है कि सभी समान विचारधारा वाले नेता आगे आएं और वर्तमान स्थिति में एक बेहतर विकल्प दें।