मेरी बिना जानकारी के मेरा नाम लिस्ट में रखा- कुमार सानू
कुमार सानू ने कहा, “पार्टी के लोगों ने रथयात्रा के लिए कोई लिस्ट तैयार की है, लेकिन मेरा नाम उस लिस्ट में शामिल करने से पहले मुझे इस बात की जानकारी देनी चाहिए थे।” सानू ने कहा कि कोलकाता के लोग मुझे प्यार करते हैं, इसलिए मुझे लगता है कि यह एक साजिश है। लेकिन मैं इसमें नहीं आ रहा..यह संभव नहीं है, क्योंकि इस बारे में मुझसे कोई चर्चा नहीं हुई है।”
कुमार सानू ने क्यों छोड़ी पार्टी?
कुमार सानू ने कहा कि मैं भाजपा से 2012 में इसलिए जुड़ा, क्योंकि मुझे लगा था कि मेरे संगीत विद्यालय को कुछ मदद मिलेगी, लेकिन अनाथ बच्चों के लिए विभिन्न शहरों में संचालित मेरे विद्यालय को कोई मदद नहीं मिली, इसलिए मैंने पार्टी छोड़ दी थी।
बीजेपी अभी भी मान रही है सानू को पार्टी का सदस्य
वहीं दूसरी तरफ सानू के रथयात्रा में आने की खबरों पर भाजपा की राज्य इकाई के महासचिव सायंतन बसु ने कहा कि पार्टी चाहती थी कि वह कार्यक्रम में आएं, क्योंकि वह अभी भी पार्टी के सदस्य हैं।
इन तीन दिन भाजपा की होगी रथयात्रा
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बीजेपी का फोकस पश्चिम बंगाल पर ज्यादा है। इसी को देखते हुए बीजेपी राज्य में सात, नौ और 14 दिसंबर को उत्तर बंगाल के कूच बिहार, दक्षिणी 24 परगना जिले के गंगासागर और बीरभूम जिले के तारापीठ से तीन रथयात्राएं आयोजित कर रही है।