दरअसल, शशि थरूर ने TheWeek में एक लेख लिखा है और उसे अपने ट्विटर पर शेयर किया था। इस लेख में उन्होंने प्रधानमंत्री की पूजा करते हुए एक फोटो भी शेयर की थी। उन्होंने इस पोस्ट के साथ कैप्शन लिखा है, “संकुचित राष्ट्रवाद का उदय एक वैश्विक घटना है। इससे देश के लोकतंत्र को खतरा है।”
थरूर के इस पोस्ट यूजर्स ने प्रतिक्रिया देनी शुरू की। इसके साथ उन्हें राहुल गांधी और प्रियंका गांधी द्वारा किए गए पूजा-पाठ के लिए भी कठघरे में खड़ा कर दिया ।
एक भारत नाम के यूजर ने राहुल गांधी की पूजा से जुड़ी फोटो शेयर करते हुए पूछा कि “इसपर अपि क्या राय है ?”
एक अन्य यूजर ने शशि थरूर से सवाल किया कि “वास्तव में शालीनता का क्या अर्थ? हिंदू मोदी के काशी विश्वनाथ में रीति-रिवाज के अनुसार पूजा करने में क्या गलत है। अगर थरूर या उनके नेता इस तरह के अनुष्ठानों में विश्वास करते हैं तो वे भी ऐसा कर सकते हैं।”
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