अब्दुल सत्तार की नाराजगी और पार्टी में असंतोष की खबरों से महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर हलचल पैदा हो गई है।
आलम है कि शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ( Sanjay Raut ) को खुद स्पष्टीकरण देने के लिए सामने आने पड़ा है। अब्दुल सत्तार ( Abdul Sattar ) के इस्तीफे को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में संजय राउत ने कहा कि कैबिनेट में कोई मतभेद नहीं है।
अगर कुछ मंत्री इस्तीफा देते हैं तो सामान्य रूप से इस्तीफा मुख्यमंत्री या राजभवन को भेज दिया जाता है, लेकिन दोनों के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है।
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पार्टी सूत्रों की मानें तो अब्दुल सत्तार ( Abdul Sattar ) ने नाराजगी के चलते ही मंत्रीपद से इस्तीफा दिया है। वहीं, चर्चा इस बात की भी है कि कांग्रेस से आए अब्दुल सत्तार को मंत्री पद दिए जाने की बात को पुराने शिवसैनिक पचा नहीं पा रहे थे।
यही वजह है कि शिवसैनिकों का रह-रह कर असंतोष सामने आ रहा था। आपको बता दें कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंत्रिमंडल विस्तार किया था, जिसमें सहित 35 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली, जिसमें कैबिनेट के 25 और राज्यमंत्री के 10 पद शामिल हैं।
अब्दुल सत्तार को भी इस दौरान ही मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी।
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हालांकि अब्दुल सत्तार ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ( Chief Minister Uddhav Thackeray )को नहीं, बल्कि अपना इस्तीफा शिवसेना को भेजा है। जानकारी के अनुसार अब्दुल सत्तार इससे पहले कांग्रेस में थे, जिसके बाद वह शिवसेना में शामिल हो गए थे।
इस तरह से कि बाहर से पार्टी में आए सत्तार को मंत्री पद से नवाजा जाना पुराने शिवसैनिकों को रास नहीं आ रहा था। जिसके चलते पार्टी में लगातार नाराजगी बढ़ती जा रही थी।
माना जा रहा है कि पार्टी में नाराजगी की वजह से सत्तार ने मंत्रीपद से इस्तीफा दे दिया।