लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बड़े राजनीतिक बदलाव देखने को मिल सकता है। इसके पीछे कारण है भाजपा और रालोद के बीच बढ़ती नजदीकियां है। बता दें कि बुधवार को रालोद के नौ में से आठ विधायकों ने सीएम योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में मुलाकात की। वहीं, रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने दिल्ली विधेयक पर राज्यसभा में वोटिंग के दौरान मौजूद नहीं थे।
रालोद के 9 में से 8 विधायक CM से मिले
राष्ट्रीय लोकदल के 9 में से 8 विधायकों ने बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। केवल गुलाम मोहम्मद शामिल नहीं हो पाए क्योंकि, उस समय सदन में उनका प्रश्न लगा था। हालांकि रालोद विधायक ने कहा कि वे प्रदेश में बाढ़ से हुए नुकसान का मुआवजा देने, बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान करने, गन्ना मूल्य में वृद्धि करने, किसानों को फ्री बिजली देने जैसे मामलों पर सीएम से मिले थे।
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