तेजस्वी ने कहा, ‘देश में हर मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारे अपने हैं। सब हमारे थे, हैं और रहेंगे। अब राजनीतिक दलों और सरकारों का ध्यान अच्छे स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय और अस्पताल बनाने, किसानों के कल्याण, गरीबों के उत्थान एवं युवाओं को रोजगार दिलाने पर होना चाहिए।’उन्होंने कहा कि सभी को इस फैसले का इंतजार था। सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हम सभी सम्मान करते हैं।’
लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान ने भी इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इससे सभी को न्याय मिला है। उन्होंने कहा कि सभी को इस फैसले का इंतजार था।
सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का हम सभी सम्मान करते हैं।चिराग पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी ने हमेशा माना है कि भगवान राम जन्म भूमि पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, वह हमें स्वीकार होगा।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘अब देश में विकास के अतिरिक्त कोई और मुद्दा चर्चा के लिए शेष नहीं है। विकास के ऊपर चर्चा से देश आगे बढ़ेगा और उन्नति करेगा। लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।’इस ऐतिहासिक फैसले के लिए बधाई देते हुए चिराग ने कहा कि इस फैसले की संवेदनशीलता को समझते हुए सभी पक्षों के साथ न्याय किया गया है।
बता दें कि अयोध्या विवाद पर सर्वोच्च न्यायालय ने शनिवार को अपना फैसला सुनाया है। अयोध्या राम मंदिर जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसल सुनाते हुए विवादित जमीन राम जन्मभूमि न्यास को देने का फैसला (
Ayodhya Faisla ) किया है।
सुन्नी वफ्त बोर्ड को अयोध्या में अलग से 5 एकड़ जमीन देने की बात कही है। चीफ जस्टिस ने बाबरी मस्जिद (babri masjid) मामले पर शिया वक्फ बोर्ड (shia Central waqf board) के दावे को भी खारिज कर दिया है।