राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने आरोप लगाया है कि जिंदा रहते इलाज नहीं मिला और मरने के बाद कफन तक नसीब नहीं हो रहा है। यह भी पढ़ेँः Cyclone Tauktae के चलते IMD ने कई राज्यों में जारी किया भारी बारिश का अलर्ट
गंगा नदी में मिले कोरोना संक्रमितों को शवों को लेकर बिहार में सियासी घमासान शुरू हो गया है। राजद सुप्रीमो लालू यादव ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जीते जी लोगों को इलाज नहीं मिला और मरने के बाद कफन तक नसीब नहीं हो रहा है। यही नहीं उन्होंने कहा कि हिंदुओं के शवों को दफनाया जा रहा है।
लालू प्रसाद ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा- जीते जी दवा, ऑक्सीजन, बेड और ईलाज नहीं दिया। मरने के बाद लकड़ी, दो गज कफन और जमीन भी नसीब नहीं हुआ। दुर्गति के लिए शवों को गंगा में फेंक दिया। जानवर लाशों को नोच रहे है।
हिंदुओं को दफनाया जा रहा है। कहां ले जा रहे है देश और इंसानियत को? इससे पहले राजद नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी इस मामले को लेकर सरकार पर निशाना साधा था।
यह भी पढ़ेँः गुरमीत राम रहीम की अचानक बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में भर्ती करने के बाद सामने आए इस बामारी के लक्षण तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा था- ‘बिहार के बक्सर में सैकड़ों लाशें गंगा में तैरती मिलीं। कल्पना कीजिए हालात कितने भयावह हैं।
सरकार अब भी जमीनी हकीकत को स्वीकार नहीं कर रही है। डबल इंजन सरकार फेल है, इसलिए अब गांवों में भी संक्रमण फैल चुका है। अस्पताल क्या शमशानों में भी जगह नहीं। लोग लाशों को फेंकने पर मजबूर है।’
आपको बता दें कि बिहार के बक्सर जिले के चैसा में कई शवों को बरामद किया गया है। इसके बाद उत्तर प्रदेश और बिहार की सीमा पर गंगा नदी में जाल लगा दिया गया है। हालांकि इसको लेकर लगातार सियासत गर्म है। इस मामले की जांच भी की जा रही है कि आखिर गंगा में शव आए कैसे।