रजनीकांत ने कहा कि उनकी ओर से बनाए गए संगठन रजनी मक्कल मंदरम ( RMM ) को भी भंग कर दिया है। यह भी पढ़ेँः पारस से तनाव के बीच चिराग को बड़ा झटका, जानिए क्यों खुश हैं चाचा पशुपति
भविष्य को लेकर कही ये बात
अभिनय से करोड़ों दिलों पर राज करने वाले रजनीकांत ने राजनीति को लेकर दूरी बनाने का फैसला किया है। सोमवार को मीडिया के बीच उन्होंने इस बात का खुलासा किया वे अब राजनीति नहीं करेंगे।
अभिनय से करोड़ों दिलों पर राज करने वाले रजनीकांत ने राजनीति को लेकर दूरी बनाने का फैसला किया है। सोमवार को मीडिया के बीच उन्होंने इस बात का खुलासा किया वे अब राजनीति नहीं करेंगे।
इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या भविष्य में उनके राजनीति में आने की संभावना है तो उन्होंने साफ कहा कि, भविष्य में फिर राजनीति में आने का उनका कोई प्लान नहीं है।
रजनीकांत ने अपनी पार्टी ‘रजनी मक्कल मंद्रम’ (RMM) को भी खत्म करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा है कि वह राजनीति में कदम नहीं रखेंगे। सुपरस्टार रजनीकांत ने रजनी मक्कल मंद्रम के पदाधिकारियों से बातचीत की और इसके बाद राजनीति में कभी ना आने का फैसला लिया है।
रजनीकांत ने कहा कि ये फैसला ‘रजनी मक्कल मंद्रम’ पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बातचीत करने के बाद लिया है। रजनीकांत ने अपने प्रशंसकों के साथ भी बैठक की है। अब ये काम करेगा संगठन
रजनीकांत ने बताया कि उनकी ओर से बनाया गया संगठन अब रजनी रसीगर नरपानी मंदराम के नाम से जनता की भलाई के लिए काम करेगा।
रजनीकांत ने बताया कि उनकी ओर से बनाया गया संगठन अब रजनी रसीगर नरपानी मंदराम के नाम से जनता की भलाई के लिए काम करेगा।
एक साल दो बार बदला फैसला
दरअसल रजनीकांत राजनीति को लेकर एक साल में दो बार फैसला बदल चुके हैं। इससे पहले उन्होंने 29 दिसंबर, 2020 को ऐलान किया था कि वह राजनीति में नहीं आएंगे। लेकिन हाल में उन्होंने कहा था कि वह राजनीति में आने के बारे में फिर से चर्चा करेंगे।
दरअसल रजनीकांत राजनीति को लेकर एक साल में दो बार फैसला बदल चुके हैं। इससे पहले उन्होंने 29 दिसंबर, 2020 को ऐलान किया था कि वह राजनीति में नहीं आएंगे। लेकिन हाल में उन्होंने कहा था कि वह राजनीति में आने के बारे में फिर से चर्चा करेंगे।
वहीं दोबारा उनके राजनीति में आने की अटकलों के बीच उन्होंने एक बार फिर राजनीति से दूरी बनाए रखने का ऐलान कर दिया है। यह भी पढ़ेंः शत्रुघ्न सिन्हा 21 जुलाई को TMC में होंगे शामिल! ममता बनर्जी दे सकती हैं ये इनाम तमिलनाडु में बढ़ गई थी सियासी हलचल
रजनीकांत के राजनीति में आने की खबरों के बीच तमिलनाडु में सियासी हलचलें बढ़ने लगीं थीं। हालांकि विधानसभा चुनाव से पहले ही उन्होंने यूटर्न लेते हुए राजनीति से दूरी बना ली थी, लेकिन हाल में उनकी राजनीति के बारे में फिर से विचार करने वाली खबरों ने फिर राजनीतिक गलियारों में गहमागहमी बढ़ा दी थी।
रजनीकांत के राजनीति में आने की खबरों के बीच तमिलनाडु में सियासी हलचलें बढ़ने लगीं थीं। हालांकि विधानसभा चुनाव से पहले ही उन्होंने यूटर्न लेते हुए राजनीति से दूरी बना ली थी, लेकिन हाल में उनकी राजनीति के बारे में फिर से विचार करने वाली खबरों ने फिर राजनीतिक गलियारों में गहमागहमी बढ़ा दी थी।
सेहत का दिया था हवाला
पिछले वर्ष एक चिट्ठी में रजनीकांत ने कहा था, ‘मुझे यह बताते हुए खेद है कि मैं एक राजनीतिक पार्टी शुरू नहीं करूंगा।’ उन्होंने कहा था कि यह फैसला भारी दिल’ से लिया है।
पिछले वर्ष एक चिट्ठी में रजनीकांत ने कहा था, ‘मुझे यह बताते हुए खेद है कि मैं एक राजनीतिक पार्टी शुरू नहीं करूंगा।’ उन्होंने कहा था कि यह फैसला भारी दिल’ से लिया है।
उन्होंने अपने फैसले को लेकर कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की ओर इशारा किया था। उन्होंने कहा था, ‘अगर मैं लोगों से मिलता हूं और संक्रमित होता हूं, तो जो लोग मेरे साथ रहेंगे उन्हें भी संघर्ष करना पड़ेगा और वह जीवन की शांति के साथ-साथ पैसा भी खो देंगे।’