यह भी पढ़ें – कांग्रेस नए फार्मूले से बांट सकती है टिकट, इस बार स्टेट के बड़े लीडर होंगे मायूस
सचिन पायलट ने की बगावत
वर्ष 2018 में राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही अशोक गहलोत और सचिन पायलट सत्ता के लिए संघर्ष कर रहे हैं। 2020 में सचिन पायलट ने अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ बगावत कर दी थी और कुछ विधायकों को लेकर राजस्थान से बाहर चले गए थे। जिसके बाद उन्हें पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री के पदों से हटा दिया गया था।
यह भी पढ़ें – राजेश पायलट की कल है 23वीं पुण्यतिथि, जानें कौन थे Rajesh Pilot
सचिन पायलट के संभावित कदम पर लग रहे कयास
हालांकि पिछले तीन माह में हुए घटनाक्रमों के कारण इस साल 11 जून को सचिन पायलट के संभावित कदम को लेकर चर्चा है। पायलट ने 11 अप्रैल को गहलोत सरकार से अपने कार्यकाल के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के मामलों की जांच शुरू करने की मांग करते हुए एक दिन का उपवास रखा था। कांग्रेस जब विपक्ष में थी, तब उसने भ्रष्टाचार मुद्दा उठाया था।
दौसा कार्यक्रम पर सबकी नजर
पायलट ने 11 मई को पांच दिनों तक चलने वाली जन संघर्ष यात्रा की शुरुआत की थी। उन्होंने अजमेर से जयपुर की यात्रा की थी। सचिन पायलट के अगले संभावित कदम के बारे में कयास लगाए जा रहे हैं। आज माहौल गरम है। राजनीतिक गलियारों में सबकी नजर इस वक्त सचिन पायलट के दौसा कार्यक्रम पर है।
सचिन पायलट ने की बगावत
वर्ष 2018 में राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही अशोक गहलोत और सचिन पायलट सत्ता के लिए संघर्ष कर रहे हैं। 2020 में सचिन पायलट ने अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ बगावत कर दी थी और कुछ विधायकों को लेकर राजस्थान से बाहर चले गए थे। जिसके बाद उन्हें पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री के पदों से हटा दिया गया था।
यह भी पढ़ें – राजेश पायलट की कल है 23वीं पुण्यतिथि, जानें कौन थे Rajesh Pilot
सचिन पायलट के संभावित कदम पर लग रहे कयास
हालांकि पिछले तीन माह में हुए घटनाक्रमों के कारण इस साल 11 जून को सचिन पायलट के संभावित कदम को लेकर चर्चा है। पायलट ने 11 अप्रैल को गहलोत सरकार से अपने कार्यकाल के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के मामलों की जांच शुरू करने की मांग करते हुए एक दिन का उपवास रखा था। कांग्रेस जब विपक्ष में थी, तब उसने भ्रष्टाचार मुद्दा उठाया था।
दौसा कार्यक्रम पर सबकी नजर
पायलट ने 11 मई को पांच दिनों तक चलने वाली जन संघर्ष यात्रा की शुरुआत की थी। उन्होंने अजमेर से जयपुर की यात्रा की थी। सचिन पायलट के अगले संभावित कदम के बारे में कयास लगाए जा रहे हैं। आज माहौल गरम है। राजनीतिक गलियारों में सबकी नजर इस वक्त सचिन पायलट के दौसा कार्यक्रम पर है।