पंजाब संकट के बाद कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठाने वाले जी-23 नेताओं के हालिया विद्रोह के संदर्भ में सीडब्ल्यूसी की बैठक में सोनिया गांधी ने कहा कि वह एक पूर्णकालिक और व्यावहारिक कांग्रेस अध्यक्ष हैं।
इस दौरान सोनिया गांधी ने कहा, “मैंने हमेशा स्पष्टता की सराहना की है। मीडिया के माध्यम से मुझसे बात करने की कोई जरूरत नहीं है। तो आइए हम सभी एक स्वतंत्र और ईमानदार चर्चा करें। लेकिन इस कमरे की चारदीवारी के बाहर जो बात होनी चाहिए, वह सीडब्ल्यूसी का सामूहिक निर्णय है।”
सोनिया गांधी ने कहा, “पिछले दो वर्षों में बड़ी संख्या में हमारे सहयोगियों, विशेष रूप से युवाओं ने पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों को लोगों तक ले जाने में नेतृत्व की भूमिका निभाई है– चाहे वह किसानों का आंदोलन हो, महामारी के दौरान राहत का प्रावधान हो, युवाओं और महिलाओं से जुड़े चिंता के विषय पर प्रकाश डालना हो, या दलितों-आदिवासियों और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार, मूल्य वृद्धि और सार्वजनिक क्षेत्र की तबाही से जुड़े मामले सामने लाना हो।”
कांग्रेस कार्यसमिति ने शनिवार को करीब पांच घंटे की अपनी बैठक में फैसला किया कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव अगले साल 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच होगा। अंबिका सोनी ने एएनआई को बताया कि सीडब्ल्यूसी की बैठक में सभी की राय थी कि राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनना चाहिए। हालांकि इस बात पर भी सहमति बनी कि फैसला उन्हीं पर निर्भर है। अंबिका सोनी ने कहा, “सभी ने एकमत सेसहमति व्यक्त की, वह (राहुल गांधी) (पार्टी अध्यक्ष) बनेंगे या नहीं। सभी की राय है कि राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनना चाहिए।”
राहुल गांधी ने 2019 के आम चुनाव के बाद कांग्रेस की हार की जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। तब से सोनिया गांधी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष हैं।