राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब तक विपक्ष आवाज उठाने की कोशिश करता है उसे दबा दिया जाता है। सांसदों को निलंबित कर दिया जाता है। बहस के लिए पीएम मोदी सदन नहीं आते। ये लोकतंत्र चलाने का तरीका नहीं है।
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Omicron के बढ़ते खतरे के बीच दिल्ली में कब लगेगा लॉकडाउन? सीएम केजरीवाल ने दी जानकारी राहुल गांधी मंगलवार को एक बार मोदी सरकार पर हमलावर नजर आए। 12 सांसदों के निलंबन के बहाने पीएम मोदी पर निशाना साथा। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री सदन में बहस ही नहीं चाहते हैं। वे सदन में नहीं आते हैं और हमें मुद्दों पर बहस का मौका तक नहीं दिया जाता है।
कांग्रेस नेता ने कहा, विपक्षी सांसदों के निलंबन के 14 दिन हो गए हैं। संसद में विपक्ष जिन मुद्दों पर बहस करना चाहती है, वो बहस सरकार नहीं होने देती है। जहां भी विपक्ष अपनी आवाज उठाने की कोशिश करती है सरकार डराकर, धमकाकर उन्हें निलंबित करके चुप कराने की कोशिश करती है। ये लोकतंत्र चलाने का तरीका नहीं है। सदन में बहस होना चाहिए, हर मुद्दे पर बहस होना चाहिए। लेकिन सरकार सिर्फ बिल पर बिल पेश में जुटी है, किसी भी मुद्दे पर जवाब या बहस नहीं चाहती।
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Omicron के खतरे के बीच अब Covid के संपर्क में आते ही चमकने लगेगा मास्क, वैज्ञानिकों ने खास तकनीक से किया तैयार राहुल ने कहा, सांसदों को पीएम या सभापति ने नहीं सस्पेंड किया, बल्कि इन्हें उस शक्ति ने निलंबित किया है जो किसानों की आमदनी और कमाई चोरी करना चाहते हैं। पीएम मोदी ने तो सिर्फ उसे लागू किया है।
यही नहीं राहुल ने कहा कि हिंदू धर्मों में जिस तरह शक्ति होती है, उसी तरह पूंजीपतियों की भी एक शक्ति है जिसके इशारे पर मोदी सरकार काम कर रही है।
केरल से सांसद राहुल गांधी ने कहा कि तीन से चार मुद्दे ऐसे हैं जिन पर बहस से सरकार डरती है। जब इन मुद्दों की बात आती है विपक्ष की आवाज को दबाने का काम किया जाता है। ये लोकतंत्र चलाने की तरीका नहीं है।