राहुल गांधी ने आगे कहा, मैंने 3 बातें कहीं थीं। दो हिंदुस्तान बनाये जा रहे, एक अमीरों का और दूसरा गरीबों का। हमारे संस्थानों पर एक के बाद एक कब्जा किया जा रहा जिससे देश को घाटा हो रहा। वर्तमान में चीन और पाकिस्तान साथ आ रहे।”
राहुल गांधी ने आगे कहा कि “चीन और पाकिस्तान से खतरा है और मैं ये गंभीरता से कह रहा हूँ इसे हल्के में न लें।”
क्या कहा था पीएम मोदी ने?
बता दें कि पीएम मोदी ने लोकसभा में कांग्रेस पर हमला किया था। इसके बाद राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद कहा था कि कांग्रेस एक तरह से अर्बन नक्सलियों के कब्जे में है और वे उसके विचारों को नियंत्रित कर रहे। उन्होंने ये भी कहा था कि ‘‘भारत लोकतंत्र की जननी है और दुनिया में इसकी चर्चा होती है लेकिन कांग्रेस की कठिनाई है कि परिवारवाद के आगे उन्होंने कुछ सोचा ही नहीं…भारत के लोकतंत्र को सबसे बड़ा खतरा परिवारवादी पार्टियों से है, यह मानना पड़ेगा।’’
पीएम मोदी ने कॉंग्रेस पर हमला करते हुए कहा था कि ‘‘अगर कांग्रेस ना होती तो आपातकाल का कलंक ना होता…अगर कांग्रेस ना होती तो दशकों तक भ्रष्टाचार को संस्थागत बनाकर नहीं रखा जाता… अगर कांग्रेस ना होती तो जातिवाद और क्षेत्रवाद की खाई इतनी गहरी ना होती… अगर कांग्रेस ना होती तो सिखों का नरसंहार ना होता… सालों साल पंजाब आतंकवाद की आग में ना जलता…कश्मीर के पंडितों को कश्मीर छोड़ने की नौबत ना आती है… अगर कांग्रेस ना होती तो बेटियों को तंदूर में जलाने की घटनाएं ना होती… अगर कांग्रेस ना होती देश के सामान्य जन को सड़क, बिजली, पानी और शौचालय की मूलभूत सुविधाओं के लिए इतने सालों तक इंतजार ना करना पड़ता है।’’