अब मुख्यमंत्रियों ने की इस्तीफे की पेशकश
कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात के बाद Ashok Gehlot ने कहा कि हमारी अच्छी बातचीत हुई। इस दौरान अशोक गहलोत और कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की भी पेशकश की। तमाम कोशिशों के बाद भी कांग्रेस अध्यक्ष पद संभालने के लिए राहुल गांधी राजी नहीं हुए।
उम्मीद है हमारी बात पर गौर करेंगे: गहलोत
गहलोत ने कहा कि हमने लगभग 2 घंटे तक राहुल गांधी से बात की। उन्हें अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं की भावनाओं से अवगत कराया। हमें उम्मीद है कि वह हमारे विचारों पर ध्यान देंगे और सही कदम उठाएंगे। गहलोत ने कहा कि चुनाव में हार-जीत तो लगी रहती है।
राहुल को मनाने पहुंचे थे 5 मुख्यमंत्री
राहुल गांधी के सरकारी आवास पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह, पुडुचेरी के सीएम वी.नारायणसामी और राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत पहुंचेे। कांग्रेस अध्यक्ष के साथ इन नेताओं ने बैठक की । ये लोग राहुल गांधी से इस्तीफा वापस लेने की मांग कर रहे थे।
राहुल गांधी ने किया खुलासा, कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ने के पीछे है यह वजह
राहुल गांधी के भविष्य की भूमिका पर रहस्य कांग्रेस अध्यक्ष के घर ये बैठक ऐसे वक्त में हुई, जब पार्टी में विभिन्न स्तरों पर पद से इस्तीफा देने वालों की झड़ी लगी हुई है। ऐसे में राहुल गांधी की भविष्य की भूमिका पर रहस्य बना हुआ है।भूख हड़ताल पर बैठ गए कार्यकर्ता
वहीं दूसरी ओर राहुल को मनाने के लिए कार्यकर्ता भूख हड़ताल तक पर उतर आए हैं। सोमवार को कांग्रेस मुख्यालय के बाहर कई कार्यकर्ता पोस्टर, बैनर के साथ हड़ताल पर बैठ गए हैं। उन्होंने बैनर पर लिखा है कि इतिहास गवाह है कि गांधी परिवार के बिना कांग्रेस पार्टी अधूरी है।
सिंदूर-मंगलसूत्र पहनने पर हुआ विवाद तो नुसरत जहां बोलीं- भारतीय हूं जो सभी बंधनों से ऊपर
कांग्रेस में सामूहिक इस्तीफे का दौर 25 मई को राहुल गांधी के इस्तीफे की पेशकश के बाद कांग्रेस में इस्तीफों का दौर चल पड़ा है। अब तक करीब 150 कांग्रेस पदाधिकारी इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं। शुक्रवार को दिल्ली, तेलंगाना और गोवा प्रदेश अध्यक्षों समेत पार्टी में अहम पद रखने वाले नेताओं ने भी ने इस्तीफा दिया।देश में कांग्रेस के सिर्फ 52 सांसद
बता दें कि लोक लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ 52 सीटों पर जीत मिली है। राहुल गांधी खुद उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट पर हार गए। वह केरल के वायनाड से सांसद चुने गए हैं।
चुनाव से पहले कांग्रेस दावा कर रही थी कि पिछली बार से अधिक सीटें जीतने के साथ पार्टी की अगुवाई में केंद्र की सरकार का गठन होगा। लेकिन अब हालात ये है कि पार्टी को सदन में विपक्ष का नेता तक नहीं मिल पाया है।