भगवंत मान की इस अपील को बादल परिवार से जुड़े पीटीसी टेलीविजन चैनल के एकाधिकार को खत्म करने की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। अभी तक केवल PTC को स्वर्ण मंदिर से गुरबानी का सीधा प्रसारण करने की अनुमति है। मान के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए SGPC अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि सरकार को धार्मिक मामलों में दखल नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनीति और धर्म के मामले अलग-अलग हैं। उन्होंने आगे कहा कि SGPC सिख पंथ का एक निर्वाचित प्रतिनिधि निकाय है जो ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिबों के प्रबंधन के साथ-साथ सिख धर्म के उत्थान और प्रसार के लिए लगातार काम कर रहा है।
दरअसल, कुछ दिनों पहले, अकाल तख्त ने एसजीपीसी को दुनिया भर में गुरबानी के लाइव प्रसारण के लिए अपना खुद का चैनल शुरू करने का निर्देश दिया था। SGPC ने इसका जवाब देते हुए कहा कि उसे एक चैनल स्थापित करने के लिए कम से कम 200 करोड़ रुपये की जरूरत है।
इसके बाद एक वीडियो भगवंत मान ने पंजाब सरकार को ‘सरबत दा भला’ (सभी के कल्याण) के सार्वभौमिक संदेश को फैलाने के उद्देश्य से ‘सरब सांजी गुरबानी’ को दुनिया भर में प्रसारित करने में मदद करने का वादा किया। उन्होंने कहा, “हम इस ओर से एसजीपीसी द्वारा सौंपे गए किसी भी कर्तव्य का निर्वहन करने के लिए तैयार हैं।”
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