दरअसल सरकार ने कुछ दिनों पहले इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का फीस बड़ा दिया है। फीस वृद्धि लगभग 400% हुई है। फीस में वृद्धि हो जाने के बाद से ही विश्वविद्यालय के छात्र और छात्राओं ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि को लेकर पिछले 15 दिनों से आंदोलन चल रहा है। छह दिन पहले संयुक्त छात्र संघर्ष समिति की ओर से आमरण अनशन शुरू कर दिया गया था। पांच छात्र आमरण अनशन पर बैठे थे। इनमें से दो छात्रों की तबीयत खराब होने के कारण अस्पताल ले जाना पड़ा था।
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आंदोलन को धार देने में हॉस्टल के बच्चों का बड़ा हाथइलाहाबाद विश्वविद्यालय में फीस बढ़ने की वजह से छात्रों कॉलेज प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस आंदोलन को धार देने की कोशिश की गई। कार्यक्रम तय के मुताबिक आज विश्वविद्यालय के छात्रों का जमावड़ा लाइबेरी के सामने लगने लगा । इसके बाद इस आंदोलन में हॉस्टल के बच्चें भी शामिल हुए । हॉस्टल छात्रों के शामिल हो जाने के बाद लाइब्रेरी गेट पर पूरी तरह से कब्जा हो गया है।
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विश्वविद्यालय प्रशासन नहीं सुन रहा छात्रों की मांगइलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रशासन ने अभी तक इन छात्रों की कोई बात नहीं सुनी है। छात्रों की मांगों को विश्वविद्यालय प्रशासन अनसुना कर रहा है । इससे पिछले 5 दिनों से सभी छात्रावासों में कैंपेनिंग फीस वृद्धि के विरोध में लामबंद होने की अपील की थी। वहीं आज सोमवार को विश्वविद्यालय हॉस्टल के छात्र भी शामिल हुए, तब जा करके इस आंदोलन को धार मिली ।