पार्टी नेताओं की बदसलूकी से नाराज प्रियंका चतुर्वेदी ने राहुल गांधी को भेजा इस्… शिवसेना प्रवक्ता ने की थी शामिल होने की पुष्टि इससे पहले पार्टी नेताओं की हरकतों से नाराज कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने राहुल गांधी को इस्तीफा भेज दिया था। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। जानकारी के मुताबिक इस्तीफा देने के बाद वो मुंबई पहुंच गई हैं। बताया जा रहा है कि वह शिवसेना में शामिल हो सकती हैं। इस जानकारी को शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने कुछ देर पहले पुष्टि की थी। उन्होंने कहा था कि आज किसी भी समय प्रियंका चतुर्वेदी शिवसेना में शामिल हो सकती हैं।
अब कुछ लोग सवाल उठाएंगे शिवसेना में शामिल होने के बाद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि अब मेरे ऊपर कुछ लोग सवाल उठाएंगे। मेरे पहले वाले ट्वीट्स को उछाला जाएगा। इसके बावजूद मैंने सोच समझकर ये फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद थी कि इस बार कांग्रेस से लोकसभा का टिकट जरूर मिलेगा, लेकिन मैं उससे निराश नहीं थी।
ट्वीटर पर खुद को बताया ब्लॉगर मदर कांग्रेस को छोड़कर शिवसेना में शामिल हुईं प्रियंका चतुर्वेदी ने अपने ट्वीटर प्रोफाइल से कांग्रेस प्रवक्ता शब्द हटाकर खुद को कॉलमिस्ट-ब्लॉगर-मदर बताया है। दूसरी तरफ कांग्रेस से इस्तीफा देने की बात का खुलासा करने के बाद से उनके पक्ष में कई लोग मुखर हो गए हैं। ट्वीटर पर कई बड़ी हस्तियों ने कांग्रेस नेतृत्व से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई लेने की बात कही है।
प्रियंका के मुद्दे सवाल को टाल गए सिब्बल दूसरी तरफ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और चर्चित वकील कपिल सिब्बल ने पार्टी प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी के इस्तीफे पर कहा है कि ये बात सही है कि उन्होंने पार्टी के प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया है। लेकिन ये विवाद प्रियंका चतुर्वेदी और कांग्रेस के बीच का है। इसके बाद कपिल सिब्बल मीडिया की ओर से पूछे गए मूल सवाल को टाल गए।
17 अप्रैल को ट्वीट कर जताई थीं नाराजगी आपको बता दें कि प्रियंका चतुर्वेदी पिछले कुछ समय से पार्टी के नेताओं से नाराज चल रही थीं। 17 अप्रैल को ट्वीटर के जरिए उन्होंने खुलकर अपनी नाराजगी जताई थी। उन्होंने अपने ट्वीट में बताया था कि मैं, काफी दुखी हूं कि पार्टी में खून-पसीना बहाने वालों से ज्यादा गुंडों को कांग्रेस में तवज्जो मिल रही है। उन्होंने अपने ट्वीट के साथ एक चिट्ठी भी अटैच किया था जिसे विजय लक्ष्मी के ट्विटर हैंडल से जारी किया गया है। बताया जा रहा है कि यह मामला 1 सितंबर, 2018 की है। उस दिन मथुरा की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रियंका ने रफाल मुद्दे पर भाजपा को घेरा था। इसके बाद कांग्रेस के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने उनके साथ बदसलूकी की थी।