दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने कई बार संसदीय बैठकों में सभी सांसदों को उपस्थित रहने और अपने क्षेत्र के कार्यों की चर्चा में भी शामिल होने के लिए कहा है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि केवल वही सांसद बैठक से बाहर रह सकते हैं जो अपने क्षेत्र के कार्यक्रम में व्यस्त हैं। इसके बावजूद कुछ सासंद इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।
अब ये कौन से सांसद हैं जो पीएम मोदी के रडार पर हो सकते हैं?
ये तो कुछ नाम हैं जिनके बारे में हम आपको जानकारी दे रहे हैं। अनुपस्थिति के नंबर पर अगर आप लिस्ट बनाने बैठे तो विपक्षी नेताओं के आंकड़े कुछ खास अच्छे नहीं हैं। हालांकि नैनीताल-उधमसिंहनगर सांसद और केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट जैसे नाम भी हैं जो सदन की सभी कार्यवाही में हिस्सा लेते हैं।
क्या कहा था पीएम मोदी ने?
पीएम मोदी ने मानसून सत्र के दौरान भी सांसदों की अनुपस्थिति पर नाराजगी जताई थी और उनकी लिस्ट भी मांगी थी। इस बार उन्होंने संसदीय दल की बैठक में चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है, ‘अगर बच्चों को भी किसी चीज के लिए बार-बार कहा जाए तो वो ऐसा नहीं करते हैं। कृप्या कर परिवर्तन लाइए…वरना परिवर्तन तो हो जाता है, मुझे बार-बार ये कहना पसंद नहीं।’ इस दौरान प्रधानमंत्री ने किसी सांसद का नाम नहीं लिया, लेकिन उन्होंने कहा कि समय का पाबंद होना और लोगों के कल्याण के लिए काम करना महत्वपूर्ण है। इस दौरान पीएम मोदी ने आगरा के सांसद एसपी सिंह बघेल की सराहना की जिन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में सफलतापूर्वक खेल आयोजन करवाया। बैठक के दौरान पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी सभी सांसदों को संसद के शीतकालीन सत्र के बाद अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में जाने और जिलाध्यक्षों और मंडल अध्यक्षों के साथ चाय पर चर्चा करने को कहा।
अब पीएम मोदी की बात को कितने सांसद गंभीरता से लेते हैं ये जल्द ही सभी के सामने होगा, परंतु इतना तो तय है कि लापरवाही करने वालों के खिलाफ एक्शन कभी भी लिया जा सकता है।