इस बीच उन्होंने बिहार के कद्दावर नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन पर शोक जताया। इसके बाद उन्होंने कहा कि मैं, सीएम नीतीश जी से आग्रह करूंगा कि सम्माननीय रघुवंश प्रसाद जी ने अपनी आखिरी चिट्ठी में जो भावना प्रकट की थी उसको पूरा करने के लिए आप और हम मिलकर प्रयास करेंगे।
पीएम ने कहा कि रघुवंश बाबू जिन आदर्श को लेकर चले थे, जिनके साथ चले थे, उनके साथ चलना उनके लिए संभव नहीं रहा था। बता दें कि रघुवंश बाबू ने बिहार के मुख्यमंत्री को हाल ही में विकास के कामों की सूची एक पत्र के रूप में नीतीश कुमार को भेजी थी।
रघुवंश बाबू के निधन ने राजनीति में पैदा हुआ शून्य पीएम ने कहा कि अपनी चिट्ठी में रघुवंश बाबू की चिट्ठी में बिहार के लोगों और वहां के विकास की चिंता प्रकट की है। उन्होंने कहा कि रघुवंश बाबू आदर्श विचारों पर चलने वाले दिग्गज नेता थे। हमारे बीच उनके न रहने से बिहार और देश की राजनीति में शून्य पैदा हुआ है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और लालू यादव के करीबी Raghuvansh Prasad Singh नहीं रहे, पीएम मोदी ने जताया शोक तेजी से काम की संस्कृति को करेंगे मजबूत डॉ. रघुवंश बाबू का जिक्र करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि अब देश और बिहार उस दौर से बाहर निकल रहा है जिसमें एक पीढ़ी काम शुरू होते देखती थी और दूसरी पीढ़ी उसे पूरा होते देखती थी। उन्होंने कहा कि नए भारत के साथ बिहार को भी एक नए पहचान देने की जरूरत है। हमें बिहार में भी तेजी से विकास कार्यों को पूरा करने वाली कार्य संस्कृति को मजबूत करने की जरूरत है।
कई जिलों में यह काम पहले ही पूरा हो चुका है उन्होंने कहा कि जगदीशपुर-हल्दिया पाइपलाइन प्रोजेक्ट का जो हिस्सा बिहार से गुजरता है, उस पर भी काम पिछले साल मार्च में ही समाप्त कर लिया गया था। मोतीहारी अमलेखगंज पाइपलाइन पर भी पाइपलनाइन से जुड़ा काम पूरा कर लिया गया है। इससे पहले पटना LPG प्लांट के विस्तार और Storage Capacity बढ़ाने का काम पूरा हुआ था। इसके अलावा पूर्णिया और मुजफ्फरपुर में भी नया LGP प्लांट पर काम पूरा हो चुका है।
बिहार में चुनाव, ऐन मौके पर Mahagathbandhan की सियासी तबीयत हुई खराब आधारभूत सुविधाओं के विकास पर देंगे जोर पीएम ने कहा कि कुछ वर्ष पहले जब बिहार के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की गई थी, तो उसमें सबसे ज्यादा जोर बिहार में आधारभूत सुविधाओं के विकास पर दिया गया था।